Edited By Monika Jamwal,Updated: 10 Sep, 2020 04:48 PM
पीएचडी चैम्बर आर्फ कामर्स एंड इंडस्टरी कश्मीर उद्योग के चेयरमैन बलदेव सिंह रैना ने विश्वभर के उद्योगपतियों से अपील की है कि वे जम्मू कश्मीर में आए और यहां के उद्योगों में निवेश करें।
श्रीनगरः पीएचडी चैम्बर आर्फ कामर्स एंड इंडस्टरी कश्मीर उद्योग के चेयरमैन बलदेव सिंह रैना ने विश्वभर के उद्योगपतियों से अपील की है कि वे जम्मू कश्मीर में आए और यहां के उद्योगों में निवेश करें। विदेश में बसे पीओके के नागरिक और समाजिक कार्यकर्ता अमजद आयूब मिर्जा से बात करते हुये रैना ने बताया कि धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में किस तरह से विकास पटरी पर लौटा है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष पहले जो हालात थे उनमें और आज की स्थिति में काफी फर्क है।
रैना ने कहा कि पहले लोग जम्मू कश्मीर में आने से पहले सोचते थे पर अब उनके पास जम्मू कश्मीर यूटी में निवेश करने का मौका है। मैं अपील करता हूं कि उद्यमी यहां आए और उद्योगों में पूंजीनिवेश करें। उन्होंने विश्व के उद्योगपतियों से अपील की कि जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था में सुधार हेतु वे यहां निवेश करें। रैना ने कहा कि यूटी में 30 से 40 लाख युवा बेरोजगार हैं। जब निवेश नहीं होगा तो रोजगार कहां से आएगा। रोजगार हेतु बड़े उद्योगों की जरूरत है। रैना ने कहा कि उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से भी उन्होंनेमुलाकात की और उनसे कहा िक वे छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने की तरफ रूझान करें। रैना ने कहा कि कश्मीर महिलाएं पहले घरों में शाल बनाती थी। यह काम उम्दा दर्जे का था पर समय के साथ बंद हो गया। उन्होंने कहा कि मोदी जी का सपना है कि हर घर में उद्योग हो और इसलिए हमने उप राज्यपाल को कई तरीके सुझाए।
रैना ने कहा कि जम्मू कश्मीर का दस देशों के साथ सीधा संपर्क होना चाहिये और यहां पर 150 घरेलू उड़ानों की सुविधा होनी चाहिये। रैन ने कहा कि हम हाल ही में बाली गये थे। वहां पर विकास चर्म पर है। हर रोज 350 उड़ाने हैं और 400 पांच सितारा होटल। ऐसा ही यहां पर हो तो विकास पीछे नहीं रहेगा। रैना ने कहा कि चिनाब पर विश्व का सबसे बड़ा पुल बन रहा है और यह काम जल्द पूरा हो जाएगा और इसके साथ ही उधमपुर, बनिहाल के बीच संपर्क भी मजबूत होगा। रैना ने कहाक पीओके में शिक्षा औश्र विकास रूक गया है पर भारत में ऐसा नहीं है और पीओके के लोगों का भारत में हमेशा स्वागत है।