Edited By Yaspal,Updated: 21 Apr, 2018 05:23 AM
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को अपना अनशन खत्म कर दिया। तेलगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने कपर केंद्र सरकार का असहयोग करार देते हुए एक दिवसीय अनशन पर बैठे थे।
नेशनल डेस्कः आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को अपना अनशन खत्म कर दिया। तेलगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने कपर केंद्र सरकार का असहयोग करार देते हुए एक दिवसीय अनशन पर बैठे थे। 20 अप्रैल को चंद्रबाबू नायडू का जन्मदिन भी था।
नायडू ने डॉ. बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद इंदिरा गांधी स्टेडियम में अनशन पर बैठे पर थे। इस मौके पर उनके साथ टीडीपी सांसद और विधायक भी शामिल हुए और कई संगठनों ने भी अनशन में हिस्सा लिया जो लंबे वक्त से प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग कर रहे हैं।
अनशन में मौजूद लोगों को किया संबोधित
एक बच्चे के हाथों जूस पीकर अपना अनशन तोड़ने के बाद नायडू ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं राज्य के हितों से समझौता नहीं करूंगा। सभी तरह के संघ और संगठन यहां पहुंचे और उन्होंने हमारे साथ एकजुटता दिखाई है। यह ऐतिहासिक है, लेकिन कुछ राजनीतिक दल नहीं आए क्योंकि उनके एजेंडा अलग है।
टीडीपी प्रमुख ने कहा कि केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश को अपने प्रभाव में रखना चाहती है। जैसा कि तमिलनाडु के साथ किया। मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। केंद्र वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के साथ साजिश रच रही हैं क्योंकि उन्हें मालूम है कि हम उनके सामने झुकेंगे नहीं।
राजनीति का खेल देश के लिए अच्छा नहीं
चंद्रबाबू ने विशेष राज्य के दर्जे पर कहा कि ये इंसाफ की लड़ाई है और इस पर कोई समझौता नहीं होगा। ये हमारे लोगों का दोष नहीं कि आपने राज्य का बंटवारा अवैज्ञानिक आधार पर कर दिया। अब यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप अपने वादों को निभाएं। एनडीए-बीजेपी हमेशा राजनीति का खेल नहीं खेल सकती, यह देश के लिए अच्छा नहीं है।