Edited By Tanuja,Updated: 05 Aug, 2018 04:27 PM
भारत का सबसे महत्वकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 एक बार फिर से टाल दिया गया है। इसे इसी साल अक्तूबर के पहले सप्ताह में भेजा जाना था लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के चलते ऐसा नहीं हो पाएगा। बताया जा रहा है कि...
नई दिल्लीः भारत का सबसे महत्वकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 एक बार फिर से टाल दिया गया है। इसे इसी साल अक्तूबर के पहले सप्ताह में भेजा जाना था लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के चलते ऐसा नहीं हो पाएगा। बताया जा रहा है कि इसे अब दिसंबर 2018 तक टाल दिया गया है। इस मिशन के दौरान इसे पिछले साल 23 अप्रैल को भेजा जाना था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि भारत का ये सपना अब जनवरी 2019 में ही पूरा हो पाएगा।
गौरतलब है कि भारत और इसराईल के बीच चांद पर पहुंचने वाले दुनिया के चौथा देश बनने की रेस लगी हुई है। बीते साल तक तो लग रहा था कि साल 2018 में भारत का ये सपना पूरा हो जाएगा लेकिन अब इस सपने झटका लगा है। बता दें चांद पर पहुंचने वाले तीन देशों की लिस्ट में पहले नंबर पर अमरीका, दूसरे पर रूस और तीसरे पर चीन है। अब दो एशियाई देशों के बीच प्रतियोगिता हो रही है कि कौन चौथा स्थान हासिल करेगा। अब यह देखने वाली बात होगी कि इसराईल भारत से पहले चांद पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा पाता है या नहीं।
जानकारी के लिए बता दें यह भारत की दूसरी चांद यात्रा है। इसके अलावा भारत के मून रोवर की पहली तस्वीर भी इसरो के 800 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट चंद्रयान-2 मिशन का ही अहम हिस्सा है। इसरो का कहना है कि चंद्रयान-2 पूरी तरह से विदेश में विकसित मिशन है। चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान का वजन करीब 3,290 किलोग्राम है और वह चांद के चारों ओर चक्कर लगाते हुए आंकड़े एकत्रित करेगा।