Edited By Seema Sharma,Updated: 17 Sep, 2019 04:21 PM
भारत के मिशन मून पर निकले चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम से संपर्क के लिए अब सिर्फ 5 दिन शेष बचे हैं। चांद की सतह पर उतरने के कुछ मिनट पहले ही लैंडर विक्रम का संपर्क टूट गया था। वहीं अब नासा भी विक्रम से संपर्क करने में जुटा हुआ है। दरअसल मंगलवार
चेन्नै: भारत के मिशन मून पर निकले चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम से संपर्क के लिए अब सिर्फ 5 दिन शेष बचे हैं। चांद की सतह पर उतरने के कुछ मिनट पहले ही लैंडर विक्रम का संपर्क टूट गया था। वहीं अब नासा भी विक्रम से संपर्क करने में जुटा हुआ है। दरअसल मंगलवार को यानि कि आज नासा का ऑर्बिटर चंद्रमा की सतह पर उस जगह के ऊपर से गुजरेगा जहां विक्रम ने लैंडिंग की है। नासा का ऑर्बिटर लैंडिंग साइट की तस्वीरें भी भेज सकता है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इससे विक्रम लैंडर से संपर्क करने में सफलता मिल सकती है।
लैंडर विक्रम कहां पर हैं इसकी जानकारी इसरो को है और वह उससे संपर्क भी साधने की कोशिश कर रहा है। हालांकि इसरो ने विक्रम की तस्वीरें जारी नहीं की हैं। विक्रम को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी लेकिन इसने हार्ड लैंडिंग की जिसके चलते इसका संपर्क इसरो से टूट गया। वहीं इसरो के पास भी विक्रम से संपर्क पर अब चार दिन बाकि बचे हैं। विक्रम लैंडर को इस तरह से डिजाइन किया गया है जो चंद्रमा के एक दिन (पृथ्वी के 14 दिन) तक ही काम कर सकता है।
वहीं 20 या 21 सितंबर को चंद्रमा पर रात हो जाएगी और इसी के साथ विक्रम लैंडर से संपर्क की उम्मीद पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। नासा से उम्मीदें नासा का ऑर्बिटर 17 सितंबर को विक्रम की लैंडिंग साइट के ऊपर से गुजरेगा जिससे उसकी स्थिति का तो पता ही चलेगा लेकिन साथ ही इससे संपर्क साधने में भी सहायता मिलेगी। बता दें कि हाल ही में क्रैश हुए इजरायली स्पेसक्राफ्ट की तस्वीरें भी नासा के ऑर्बिटर ने जारी की थीं। ऐसे में अब नजरें नासा पर है कि वो मंगलवार को क्या अपडेट देता है।