Edited By Harman Kaur,Updated: 26 Aug, 2024 05:37 PM
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने 69 पेड़ों को बचाने के लिए मेट्रो के चौथे चरण में निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आर.के. आश्रम मार्ग गलियारे के डिजाइन में बदलाव किया है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के निर्माण के लिए 15,508 पेड़ों की...
नेशनल डेस्क: दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने 69 पेड़ों को बचाने के लिए मेट्रो के चौथे चरण में निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आर.के. आश्रम मार्ग गलियारे के डिजाइन में बदलाव किया है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के निर्माण के लिए 15,508 पेड़ों की कटाई की अनुमति मिल गई है लेकिन मजलिस पार्क-मौजपुर गलियारे के लिए 71 और पेड़ों की कटाई की अनुमति मिलने का अभी इंतजार है।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘डीएमआरसी ने जनकपुरी पश्चिम से आर.के. आश्रम मेट्रो गलियारे के निर्माण के दौरान 69 पेड़ों को बचाने के लिए डिजाइन में बदलाव किया है। इससे पहले इन पेड़ों की कटाई करने की अनुमति मांगी गई थी।'' उन्होंने बताया, ‘‘चौथे चरण के कार्य के लिए पूरी दिल्ली में 15,508 पेड़ों की कटाई करने की अनुमति मिली है। इनमें से 5003 पेड़ों की कटाई की गई है और करीब 7000 पौधे रोपे गए हैं।'' अधिकारियों ने बताया कि डीएमआरसी ने एक पेड़ काटने पर उसके स्थान पर 10 पौधे रोपने का प्रावधान किया है। उन्होंने बताया कि मेट्रो मार्ग को डिजाइन करने के दौरान पेड़ों को काटने से बचने की कोशिश की जा रही है या उनके स्थान पर पौधे लगाए जा रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पेड़ों की कटाई की अनुमति मिलने में देरी की वजह से चौथे चरण के तहत निर्माणाधीन तीनों प्राथमिकता वाले गलियारों के निर्माण में देरी हो रही है। उन्होंने बताया कि चौथे चरण में मेट्रो निर्माण का कार्य दिसंबर 2019 में शुरू हुआ लेकिन काम कोविड-19 महामारी की वजह से प्रभावित हुआ। डीएमआरसी परियोजना के तीन प्राथमिकता वाले गलियारों के अंतर्गत 45 स्टेशन के साथ 65.2 किलोमीटर लंबे मेट्रो लाइन का निर्माण कर रहा है। इनमें जनकपुरी पश्चिम से आर.के. आश्रम मार्ग (28.92 किमी), मजलिस पार्क से मौजपुर (12.55 किमी), जो पहले से परिचालित मैजेंटा लाइन और पिंक लाइन का विस्तार हैं; और एयरोसिटी से तुगलकाबाद (23.62 किमी) गलियारा जिसे ‘सिल्वर लाइन' के रूप में बनाया जा रहा है शामिल है।