Edited By Priyanka rana,Updated: 22 Aug, 2019 12:27 PM
छतबीड़ चिडिय़ाघर में बुधवार को दो शेर व एक बाघिन पहुंच गए हैं। अब चिडिय़ाघर में शेर अक्षत, शेरनी दृष्टि और सफेद बाघिन गौरी की दहाड़ सुनने को मिलेगी।
जीरकपुर(गुरप्रीत) : छतबीड़ चिडिय़ाघर में बुधवार को दो शेर व एक बाघिन पहुंच गए हैं। अब चिडिय़ाघर में शेर अक्षत, शेरनी दृष्टि और सफेद बाघिन गौरी की दहाड़ सुनने को मिलेगी।
छतबीड़ जू के वन्य प्राणी विंग इनके आदान-प्रदान की औपचारिकताओं को पूरा करने की दिशा में 2018 से ही लगा हुआ था। नर व मादा शेर का जोड़ा गुजरात से लाने के लिए वन्य प्राणी विंग के पशु चिकित्सकों की टीम ने गुजरात जाकर वहां के मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी।
वहीं, गुजरात के सी.एम. ने जोड़ा सौंपने के लिए प्रमाणपत्र भी दे दिया था। दोनों चिडिय़ाघरों के डायरैक्टर्स में आपसी सहमति और औपचारिकताओं को वन्य प्राणी विंग की ओर से पूरा कर इन नए प्राणियों को लेने के लिए 16 अगस्त को छतबीड़ चिडिय़ाघर से एस.वी.ओ. जू डाक्टर आशीष, रेंज अधिकारी हरपाल सिंह व जू कीपर्स की एक टीम राजकोट चिडिय़ाघर पहुंची थी, जहां जानवरों की चिकित्सीय जांच कर 17 अगस्त को टीम वहां से रवाना होकर राजस्थान व हरियाणा से होते हुए बुधवार को छतबीड़ चिडिय़ाघर पहुंची।
एक माह तक नए मेहमानों को नहीं देख पाएंगे आप :
इससे पूर्व भी वन्य प्राणी विंग की ओर से प्रयास किए गए थे, जिसे पंजाब सरकार की अथक कोशिशों के बाद अब अमलीजामा पहनाया जा सका है। वहीं चिडिय़ाघर में भी नए शेर रखने के लिए बकायदा नए बाडों का निर्माण व बाड़े को दुरुस्त किया जा रहा है।
रैंज अधिकारी हरपाल सिंह ने बताया कि अगले एक महीने के लिए पर्यटकों से दूर इन नए मेहमानों को ऑब्जर्वेशन के लिए रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि नए जानवरों के पहुंचने पर चिडिय़ाघर के स्टाफ में खुशी का माहौल है और वे उम्मीद जता रहे हैं कि इनके आने से चिडिय़ाघर में इनके प्रजनन कार्यक्रम के साथ-साथ पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा।