Edited By Yaspal,Updated: 15 Jun, 2019 06:41 PM
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में बिजली कटौती से परेशान एक युवक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी भड़ास निकाली। जिसके जवाब में पुलिस ने राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। यह जानकारी पुलिस ने दी है।...
नेशनल डेस्कः छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में बिजली कटौती से परेशान एक युवक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी भड़ास निकाली। जिसके जवाब में पुलिस ने राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। यह जानकारी पुलिस ने दी है। हालांकि विवाद बढ़ता देख राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हस्तक्षेप के बाद राजद्रोह की धारा हटा ली गई है।
दरअसल, मंगेलाल अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें आरोप लगाए गए हैं कि राज्य सरकार की इनवर्टर बनाने वाली कंपनी से सांठगांठ है। जो राज्य सरकार को पैसे देती है। आरोप है कि अनुवंध के तहत हर घंटे और 2 घंटे में 10 से 15 मिनट की बिजली कटौती की जाती है। ऐसा होने से इनवर्टर की बिक्री बढ़ जाएगी।
अग्रवाल पर यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड की शिकायत के बाद की गई है। पावर कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक अज्ञात शख्स सोशल मीडिया पर गलत जानकारी दे रहा है और अफवाह फैलाकर सीएम भूपेश बघेल की छवि को नुकसान पहुंचा रहा है। जिसके बाद अग्रवाल को धारा 124ए(राजद्रोह) और 505/1/2(सरकार के खिलाफ प्रोपेगेंडा) के तहत गिरफ्तार किया गया। वहीं विपक्षी दल बीजेपी ने इस घटना पर कांग्रेस पर निशाना साधा है और इसे इमरजेंसी जैसे हालात बताया है।
कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा, 'यह मामला बिजली के कटने से संबंधित नहीं है बल्कि यह सरकार को जानबूझकर बदनाम करने का मामला है। अगर गिरफ्तार व्यक्ति के पास अपने बयान को समर्थन करने वाला कोई सबूत है तो उसे जनता के सामने इन्हें रखना चाहिए। आज बीजेपी की सच्चाई सबके सामने है और इसने यह सिद्ध किया है कि बीजेपी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर इस तरह की अफवाहों के पीछे है। बीजेपी को राज्य के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।