Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Jun, 2018 02:37 PM
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस की ली है। दरअसल कांग्रेस को चिंता थी कि प्रणब दा आरएसएस के कार्यक्रम में क्या बोलेंगे लेकिन अब पार्टी की टेंशन दूर हो गई है कि...
नई दिल्लीः पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस की ली है। दरअसल कांग्रेस को चिंता थी कि प्रणब दा आरएसएस के कार्यक्रम में क्या बोलेंगे लेकिन अब पार्टी की टेंशन दूर हो गई है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं बोला जिससे भाजपा को कोई मसाला मिल सके। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने प्रणब मुखर्जी की सराहने करते हुए ट्वीट किया कि उन्होंने कांग्रेस की विचारधारा को आगे रखा है। चिदंबरम ने ट्वीट किया, 'खुश हूं कि मिस्टर प्रणब मुखर्जी ने RSS को बताया कि कांग्रेस की विचारधारा में सही क्या है। यह उनके कहने का अपना तरीका था कि RSS की विचारधारा में गलत क्या है।'
बता दें कि ‘राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशप्रेम’ के बारे में आरएसएस मुख्यालय में अपने विचार साझा करते हुए पूर्व राष्ट्रपति एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत की आत्मा ‘बहुलतावाद एवं सहिष्णुता’ में बसती है। मुखर्जी ने आरएसएस कार्यकर्त्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में हम अपनी ताकत सहिष्णुता से प्राप्त करते हैं और बहुलवाद का सम्मान करते हैं। हम अपनी विविधता का उत्सव मनाते हैं। उन्होंने प्राचीन भारत से लेकर देश के स्वतंत्रता आंदोलत तक के इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारा राष्ट्रवाद ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ तथा ‘सर्वे भवन्तु सुखिन:..’जैसे विचारों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रवाद में विभिन्न विचारों का सम्मिलन हुआ है।