Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Oct, 2017 06:19 PM
जस्टिस सुरेंद्र कुमार सिन्हा शुक्रवार रात आस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए। उन्होंने कहा कि वह जुलाई के अपने फैसले पर पैदा हुए विवाद को लेकर ‘आहत’ हैं
बांग्लादेशः देश के पहले हिंदू चीफ जस्टिस सुरेंद्र कुमार सिन्हा को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब सरकार सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के महाभियोग से सरकार का अधिकार खत्म करने के उनके फैसले को लेकर उनसे नाखुश है।
सुरेंद्र कुमार सिन्हा शुक्रवार रात आस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए। उन्होंने कहा कि वह जुलाई के अपने फैसले पर पैदा हुए विवाद को लेकर ‘आहत’ हैं। उन्होंने सरकार के इन दावों को भी खारिज किया कि वह बीमार हैं।
ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले उन्होंने राजधानी ढाका में कहा, ‘मैं न्यायपालिका का संरक्षक हूं, न्यायपालिका के हित में, मैं अस्थायी रूप से रवाना हो रहा हूं ताकि उसकी छवि को नुकसान नहीं पहुंचे। मैं वापस आऊंगा।’
सिन्हा ने कहा कि वह ‘दृढ़ता से इस बात को मानते हैं कि हालिया फैसले को लेकर उनके रूख को सरकार ने गलत समझा जिससे प्रधानमंत्री शेख हसीना नाखुश हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि वह तथ्यों को जल्द महसूस करेंगी।'
सिन्हा ने देश के कानून मंत्री अनीसुल हक के उनकी बीमारी के बारे में दावे को भी खारिज किया। चीफ जस्टिस ने लिखित बयान भी जारी किया। सरकार द्वारा तीन अक्तूबर से उनकी एक महीने की ‘बीमारी की छुट्टियां’ घोषित किए जाने के बाद मीडिया के साथ यह उनका पहला संवाद है।