Edited By ,Updated: 04 Apr, 2017 01:08 PM
थैलेसीमिया से ग्रसित 7 वर्षीय बच्चे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। सत्यम शुक्ला नाम का यह बच्चा सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर का रहने वाला है।
झारखंड: थैलेसीमिया से ग्रसित 7 वर्षीय बच्चे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। सत्यम शुक्ला नाम का यह बच्चा सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर का रहने वाला है। कक्षा दो का छात्र सत्यम बचपन से ही थैलेसीमिया नामक बिमारी से ग्रसित है, जिसके कारण उसे हर माह खून चढ़ाया जाता है और महंगी दवाइयां खानी पड़ती है। लेकिन उसके पिता इतने गरीब हैं कि बहुत लंबे समय तक उसका इलाज करा पाने में असमर्थ हैं। लिहाजा, सत्यम ने अपनी जिंदगी की दुहाई देते हुए प्रधानमंत्री से मदद की गुहार लगाई है।
सत्यम पूरे आत्मविश्वास से कहता है कि प्रधानमंत्री बच्चों का खास खयाल रखते हैं, इसलिए उसकी भी मदद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जरूर करेंगे। चाईबासा के सिविल सर्जन का कहना है कि थैलेसीमिया का मेडिकल साइंस में स्थायी इलाज नहीं है और न ही कोई दवा। लेकिन सरकार ऐसे मरीजों के लिए नि:शुल्क खून चढ़ाने की व्यवस्था की है। राज्य के सभी मेडिकल कालेज में खून चढ़ाया जाता है।
सिविल सर्जन ने कहा कि थैलेसीमिया को असाध्य रोग की सूची में नहीं रखा गया है, जिसके कारण सरकार उसकी आर्थिक मदद नहीं कर सकती है। फिलहाल, मासूम सत्यम और उसके माता-पिता को पीएम नरेन्द्र मोदी के पत्र का इंतजार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक आंकड़े के अनुसार भारत में हर साल 8 से 10 हजार की संख्या में थैलेसीमिया से ग्रसित बच्चों का जन्म होता है।