Edited By Seema Sharma,Updated: 02 Mar, 2021 11:06 AM
भारत में इन दिनों कोरोना वैक्सीनेशन चल रहा है और चीन को यह बात हजम नहीं हो रही है। कोरोना वैक्सीन बनाने वाली भारतीय कंपनियां चीनी हैकर्स के निशाने पर हैं। सूत्रों के मुताबिक चीन सरकार के समर्थित हैकर्स ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute...
नेशनल डेस्क: भारत में इन दिनों कोरोना वैक्सीनेशन चल रहा है और चीन को यह बात हजम नहीं हो रही है। कोरोना वैक्सीन बनाने वाली भारतीय कंपनियां चीनी हैकर्स के निशाने पर हैं। सूत्रों के मुताबिक चीन सरकार के समर्थित हैकर्स ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के (IT) सिस्टम को चीनी हैकर्स ने टारगेट करने की कोशिश की। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने साइबर इंटेलिजेंस फर्म सायफर्मा (Cyfirma) के हवाले पर बताया कि चीनी सरकार समर्थित हैकर्स ने हाल के हफ्तों में दो भारतीय वैक्सीन निर्माताओं के आईटी सिस्टम को हैक करने की कोशिश की। दरअसल चीन भारत की कोरोना वैक्सीन सप्लाई चेन को बाधित करना चाहता था।
हैकिंग के पीछे APT10 का हाथ
सिंगापुर और टोक्यो में स्थित गोल्डमैन सैक से जुड़ी कंपनी Cyfirma ने बताया कि चीनी हैकर्स APT10, जिसे स्टोन पांडा के नाम से भी जाना जाता है ने भारत के बायोटेक और SII के आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चेन सॉफ्टवेयर की कमजोरियों का पता लगाने की कोशिश की थी। इस हैकिंग का मकसद था भारतीय दवा कंपनियों पर बढ़त हासिल करना। बता दें कि सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) दुनिया के कई देशों के लिए वैक्सीन बना रहा है।
भारत ने दुनियाभर के कई देशों को गिफ्ट के तौर पर कोरोना दवा भेजी है तो कई देशों को कोरोना वैैक्सीन बेची भी है। भारत दुनियाभर में बिकने वाले सभी वैक्सीन का 60% से अधिक उत्पादन करता है। चीन को इसी बात की जलन है कि भारत दवा बिक्री में उससे आगे निकल रहा है। वहीं भारत की दवा की कई देशों ने मांग की है क्योंकि चीन की कोरोना वैक्सीन ज्यादा कारगर साबित नहीं हो रही है। चीन के दोस्त पाकिस्तान ने भी इस बात का जिक्र किया था कि चीन की दवा लोगों पर ज्यादा असर नहीं कर रही।