Edited By Tanuja,Updated: 19 Apr, 2018 10:26 AM
डोकलाम और अरुणाचल मुद्दे पर हेकड़ी दिखाने वाला चीन अब भारत के साथ दोस्ताना बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। चीन के वरिष्ठ राजनयिक वांग यी ने बुधवार को इच्छा जताई कि बीजिंग चाहता है कि भारत, चीन-नेपाल संपर्क परियोजना में शामिल हो...
बीजिंगः डोकलाम और अरुणाचल मुद्दे पर हेकड़ी दिखाने वाला चीन अब नेपाल Projects को लेकर भारत के साथ दोस्ताना बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। चीन के वरिष्ठ राजनयिक वांग यी ने बुधवार को इच्छा जताई कि बीजिंग चाहता है कि भारत, चीन-नेपाल संपर्क परियोजना में शामिल हो। उन्होंने साथ ही कहा कि दोनों देशों के लिए इस हिमालयी देश का विकास साझा लक्ष्य होना चाहिए।
नेपाल, भारत और चीन के बीच बसा हुआ है और पारंपरिक रूप से भारत के ज्यादा करीब है। लेकिन, बीजिंग ने यहां कई क्षेत्रों में निवेश कर उपस्थिति दर्ज कराई है। वांग ने नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार गयावाली से मुलाकात के बाद कहा, ""चीन और नेपाल ट्रांस-हिमालय संपर्क नैटवर्क के एक लंबे दृष्टिकोण के लिए सहमत हुए हैं।"उन्होंने कहा कि आशा है कि यह नैटवर्क अगर अच्छे तरीके से विकसित हो तो यह चीन, नेपाल और भारत को जोड़ने वाले आर्थिक गलियारे की स्थिति मुहैया करा सकता है।
वांग ने उम्मीद जताई है कि इस तरह के सहयोग से तीनों देशों के विकास और समृद्धि में योगदान मिलेगा। उन्होंने कहा कि नेपाल पहले से ही चीन की वन बेल्ट एंड रोड परियोजना का हिस्सा है। गौरतलब है कि नेपाल में चीन का दखल भारत के लिए चिंता का सबब है औऱ प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार को चीन का करीबी माना जाता है।