Edited By vasudha,Updated: 17 Jun, 2020 04:39 PM
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा निकट गलवान घाटी क्षेत्र में नजर गड़ाए बैठे चीन ने एक बार फिर कायराना हरकत को अंजाम दिया है। चीनी सैनिकों द्वारा किए गए खूनी हिंसा में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए व कई घायल हो गए। जहां एक तरफ देश गुस्से के आग...
नेशनल डेस्क: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा निकट गलवान घाटी क्षेत्र में नजर गड़ाए बैठे चीन ने एक बार फिर कायराना हरकत को अंजाम दिया है। चीनी सैनिकों द्वारा किए गए खूनी हिंसा में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए व कई घायल हो गए। जहां एक तरफ देश गुस्से के आग में जल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ चीन शरारत करने से बाज नहीं आ रहा है।
अब चीनी मीडिया हाइड्रोजन बम के जरिए भारत को डराने का प्रयास कर रहा है। दरअसल चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने वर्ष 1967 में हाइड्रोजन बम के परीक्षण का वीडियो पोस्ट किया है, जिसके साथ उसने लिखा है कि आज ही के दिन वर्ष 1967 में चीन ने अपने पहले हाइड्रोजन बम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। चीन निष्ठापूर्वक आत्मरक्षा की परमाणु रणनीति पर काम करता है और परमाण हथियारों के पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति पर कायम है।
ग्लोबल टाइम्स की इस वीडियो के बाद दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ सकता है। क्योंकि इसे चीन की चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। हाल ही एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें दावा किया गया था कि चीन बहुत तेजी से परमाणु हथियार विकसित कर रहा है। रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत के पास 150, पाकिस्तान के पास 160 और चीन के पास 320 परमाणु हथियार हैं। चीन ने पिछले एक साल में 30 परमाणु हथियार और बढ़ा लिए हैं।