Edited By vasudha,Updated: 01 Jun, 2020 09:47 AM
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद जोर पकड़ता जा रहा है। भारत के साथ तनाव और कोरोना महामारी को लेकर अमेरिका से गतिरोध के बीच चीन फसता हुआ दिखाई दे रहा है। ऐेसे में उसने भारत को खुली चेतावनी दे डाली है। चीन ने भारत से कहा कि वो अमेरिका-चीन के बीच चल रहे...
नेशनल डेस्क: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद जोर पकड़ता जा रहा है। भारत के साथ तनाव और कोरोना महामारी को लेकर अमेरिका से गतिरोध के बीच चीन फसता हुआ दिखाई दे रहा है। ऐेसे में उसने भारत को खुली चेतावनी दे डाली है। चीन ने भारत से कहा कि वो अमेरिका-चीन के बीच चल रहे कोल्ड वॉर से दूर रहे।
चीनी सरकारी मीडिया 'ग्लोबल टाइम्स' में छपे एक लेख के मुताबिक, चीन ने भारत को नसीहत देते हुए कहा कि अच्छा होगा अगर वह, अमेरिका-चीन के मामलों से दूर रहे। चीन ने कहा कि अगर भारत, अमेरिका का साझीदार बनकर उनके खिलाफ कुछ भी करता है तो कोरोना महामारी के बीच आर्थिक परिणाम बेहद खराब होंगे। इतना ही नहीं चीन ने आगे कहा कि चीन-अमेरिका विवाद में भारत का फायदा कम, नुकसान ज्यादा होगा।
खबर के मुताबिक चीन ने कहा कि भारत के साथ व्यापारिक संबंध बेहतर बनाए रखना ही उसका लक्ष्य है, इसलिए आर्थिक सुधार के लिए दोनों देशों के बीच के संबंध को बेहतर बनाए रखें। चीन यही नहीं रूका उसने आगे कहा कि चीन वैसी किसी भी परिस्थिति से बचना चाहता है जिसमें राजनीतिक कारणों से भारत को आर्थिक दुष्परिणाम भुगतने पड़ें। इसलिए मोदी सरकार को भारत-चीन के बीच के संबंध को लेकर एक सकारात्मक विचारधारा के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से नाता तोड़ते हुए उसपर चीन के प्रति झुकाव रखने और कोरोना वायरस महामारी को लेकर जानकारियां छिपाने का आरोप लगाया था। राष्ट्रपति ने कहा था कि डब्ल्यूएचओ में सुधार की जरूरत है। अगर उसमें सुधार होता है और भ्रष्टाचार तथा चीन के झुकाव खत्म होता है तो अमेरिका बहुत गंभीरता से इसमें दोबारा शामिल होने पर विचार करेगा।