Edited By Tanuja,Updated: 17 May, 2018 11:37 AM
अमरीकन कांग्रेस में एशिया-प्रशांत सुरक्षा मामलों के सहायक सचिव रैंडल श्राइवर ने कहा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन के रणनीतिक इरादों के चलते अस्थिरता की स्थिति बन गई है....
वाशिंगटनः अमरीका ने बुधवार को चीन की बढ़ती दखलंदाजी पर चिंता जताते हुए हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। अमरीकन कांग्रेस में एशिया-प्रशांत सुरक्षा मामलों के सहायक सचिव रैंडल श्राइवर ने कहा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन के रणनीतिक इरादों के चलते अस्थिरता की स्थिति बन गई है। उन्होंने कहा कि अमरीका चीन के साथ रचनात्मक और फलीभूत संबंध बनाए रखेगा, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय नीतियों का उल्लंघन कतई स्वीकार नहीं करेगा। हम भारत-प्रशांत क्षेत्र को निर्बाध बनाए रखने के पक्षधर हैं।
रैंडल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए चीन को सभी देशों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। हालांकि, हाल के वषोर् में चीन ने रणनीतिक इरादे जाहिर किए हैं। मसलन दक्षिण चीन सागर में पहले ही चीन के एकछत्र दावे से इतर वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान ने भी इस जलमार्ग पर अपना दावा जताया है। इससे क्षेत्र में जब-तब तनाव की स्थिति बन जाती है। रैंडल ने कहा कि विषम परिस्थितियों में हम दूसरे देशों के साथ खड़े होने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सभी छोटे-बड़े देशों की संप्रभुता का सम्मान किया जाना चाहिए।