Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Nov, 2017 12:56 PM
चीन का संयुक्त राष्ट्र से जैश-ए-मोहम्मद को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित कराने के अमरीका समर्थित प्रस्ताव पर फिर रोड़ा अटकाने और फिर भारत से संबंध सुधारने की बात करने से उसका दोहरा चरित्र फिर बेनकाब हो गया है ...
बीजिंगः चीन का संयुक्त राष्ट्र से जैश-ए-मोहम्मद को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित कराने के अमरीका समर्थित प्रस्ताव पर फिर रोड़ा अटकाने और फिर भारत से संबंध सुधारने की बात करने से उसका दोहरा चरित्र फिर बेनकाब हो गया है । यह चौथी बार है जब चीन की तरफ से मसूद अजहर के मामले में रोड़ा अटकाने का प्रयास किया गया है। चीन के फैसले पर भारत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि संकुचित मकसद के लिए आतंकवाद को शह देना कम दूर दृष्टि वाला कदम और नुकसानदेह है।
चीन के सहायक विदेश मंत्री चेन जिआंगडोंग ने आज मीडिया से कहा कि चीन भारत के साथ अपने संबंधों को बेहद महत्व देता है। जिआंगडोंग ने कहा, भारत चीन का अहम पड़ोसी मदेश है।
उन्होंने कहा कि चीन नए युग में चीनी गुणधर्म वाली पड़ोसी कूटनीति के तहत पड़ोसियों के साथ संबंध बनाने की योजना बना रहा है जिसकी अवधारणा हाल ही में संपन्न सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की बैठक में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दी थी। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी सूची में शामिल करने के भारत के प्रयासों पर चीन के अड़ंगा डालने से दोनों देशों के मध्य उपजे तनाव के बीच चीन ने कहा कि वह द्विपक्षीय संबंधों के सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है।