Edited By vasudha,Updated: 16 Sep, 2020 09:10 AM
भारत ने चीन को एक बार फिर सख्त संदेश देते हुए कहा कि पूर्वी लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों की यथास्थिति में एकतरफा बदलाव की उसकी कोशिश किसी भी सूरत में मंजूर नहीं होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में चीन को चेताते हुए कहा कि हमारे सशस्त्र बल...
नेशनल डेस्क: भारत ने चीन को एक बार फिर सख्त संदेश देते हुए कहा कि पूर्वी लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों की यथास्थिति में एकतरफा बदलाव की उसकी कोशिश किसी भी सूरत में मंजूर नहीं होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में चीन को चेताते हुए कहा कि हमारे सशस्त्र बल देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए डटकर खड़े हैं। राजनाथ सिंह के बयान के बाद चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की प्रतिक्रिया सामने आई है।
ग्लोबल टाइम्स के अनुसार भारत के रक्षा मंत्री का बयान उकसाने वाला है और इससे सीमा पर सर्दियों में तनाव बहुत बढ़ सकता है। अखबार ने एक्सपर्ट्स के हवाले से कहा कि भारत को समझ में आया है कि सर्दियों में उसके लिए मुश्किल होने वाली है और वो चीन के खिलाफ युद्ध नहीं कर सकते हैं।
चीनी मीडिया ने भारत की सेना के खिलाफ जहर घोलते हुए कहा कि वह पाकिस्तान सीमा पर छोटी-छोटी लड़ाईयों में लगे रहते हैं, वैसी ही स्थिति चीन बॉर्डर पर बन सकती है। अखबार ने कहा कि चीनी सेना को तैयार रहना चाहिए। इतना ही नहीं ग्लोबल टाइम्स ने आगे कहा कि भारत को लगता है कि चीनी सीमा पर टिके रहेंगे तो ये युद्ध शांति की ओर बढ़ सकता है। यही कारण है कि भारत इस तरह की बातें कर रहा है।
गौरतलब है कि लोकसभा में पूर्वी लद्दाख की स्थिति पर दिये गये एक बयान में रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि इस सदन को प्रस्ताव पारित करना चाहिए कि यह सदन और सारा देश सशस्त्र बलों के साथ है जो देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए डटकर खडे़ हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी सेना ने भी जवाबी तैनातियां की हैं ताकि देश के सुरक्षा हितों का पूरी तरह ध्यान रखा जाए। हमारे सशस्त्र बल इस चुनौती का डटकर सामना करेंगे। हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है।