Edited By Yaspal,Updated: 08 Nov, 2018 07:37 PM
वाणिज्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत अगले साल की शुरुआत से चीन को कच्ची चीनी का निर्यात शुरू...
बिजनेस डेस्क: वाणिज्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत अगले साल की शुरुआत से चीन को कच्ची चीनी का निर्यात शुरू कर देगा। इस कदम से पड़ोसी देश के साथ बढ़ते व्यापार घाटे को पाटने में मदद मिलेगी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) और चीन सरकार की सार्वजनिक उपक्रम कंपनी, कॉफ़को के बीच 1500 टन कच्ची चीनी के निर्यात के लिए एक अनुबंध किया गया है।
यह बताया गया है कि भारत की अगले वर्ष के आरंभ से चीन को 20 लाख टन कच्ची चीनी का निर्यात करने की योजना है। मंत्रालय ने कहा, गैर-बासमती चावल के बाद कच्ची चीनी दूसरा ऐसा उत्पाद है जिसका आयात चीन, भारत से करेगा। यह चीन के साथ 60 अरब डॉलर के व्यापार घाटे को कम करने के लिए उठाया गया कदम है। भारत ने वर्ष 2017-18 में चीन को 33 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात किया था, जबकि उसने 76.2 अरब अमेरिकी डॉलर का आयात किया था। भारत वर्ष 2018 में 3.2 करोड़ टन चीनी उत्पादन के साथ दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक देश बन गया। भारत सभी तीन ग्रेड- कच्चे, परिष्कृत और सफेद चीनी का उत्पादन करता है।
मंत्रालय ने कहा, भारतीय चीनी उच्च गुणवत्ता का भी है और कटाई से पेराई तक के काम में न्यूनतम समय लगने के कारण डेक्सट्रान मुक्त है। भारत चीन के लिए भारी मात्रा में उच्च गुणवत्ता वाले चीनी के नियमित और भरोसेमंद निर्यातक बनने की स्थिति में है।