Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jun, 2018 08:54 PM
भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने सोमवार को सुझाव दिया कि शंघाई सहयोग संगठन से इतर भारत-पाकिस्तान और चीन को त्रिपक्षीय वार्ता करनी चाहिए। लुओ ने एक सेमिनार में कहा कि कुछ भारतीय मित्रों ने सुझाव दिया है कि भारत, चीन और पाकिस्तान शंघाई सहयोग संगठन...
नई दिल्ली : भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने सोमवार को सुझाव दिया कि शंघाई सहयोग संगठन से इतर भारत-पाकिस्तान और चीन को त्रिपक्षीय वार्ता करनी चाहिए। लुओ ने एक सेमिनार में कहा कि कुछ भारतीय मित्रों ने सुझाव दिया है कि भारत, चीन और पाकिस्तान शंघाई सहयोग संगठन से इतर अपनी त्रिपक्षीय वार्ता कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब चीन , रूस और मंगोलिया त्रिपक्षीय वार्ता कर सकते हैं तो भारत , पाकिस्तान और चीन ऐसा क्यों नहीं कर सकते।
चीनी राजदूत ने कहा कि हमें शंघाई सहयोग संगठन, ब्रिक्स और जी 20 देशों के समूह में तालमेल तथा सहयोग बढाने की भी जरूरत है जिससे कि वैश्विक चुनौतियों का सामना किया जा सके। भारत और पाकिस्तान ने शंघाई सहयोग संगठन का पूर्ण सदस्य बनने के बाद इसी महीने चीन के क्विंगदो में हुए शिखर सम्मेलन में पहली बार हिस्सा लिया था।
सवालों के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि त्रिपक्षीय वार्ता का विचार भारत के उनके कुछ मित्रों का है और यह एक सकारात्मक विचार है। उन्होंने कहा कि भले ही अभी नहीं लेकिन भविष्य में यह सही दिशा में उठाया गया कदम साबित हो सकता है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दो महीनों में चीन के प्रधानमंत्री के साथ औपचारिक और अनौपचारिक वार्ताओं के दौरान विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की है।