Edited By Tanuja,Updated: 23 May, 2018 02:54 PM
चीन के सरकारी मीडिया ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर चीन द्वारा बड़े पैमाने पर खनन संबंधी खबर को झूठा करार देते आशा जताई कि भारत इससे ''उकसावा'' महसूस नहीं करेगा...
पेइचिंगः चीन के सरकारी मीडिया ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर चीन द्वारा बड़े पैमाने पर खनन संबंधी खबर को झूठा करार देते आशा जताई कि भारत इससे 'उकसावा' महसूस नहीं करेगा। चीन के सरकारी मीडिया ने उम्मीद जताई कि पिछले महीने के वुहान शिखर सम्मेलन में प्राप्त प्रगति को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
हांकांग स्थित 'साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट' ने रविवार को खबर दी थी कि चीन ने अरुणाचल की सीमा से सटे अपने नियंत्रण वाले लहुंजे काउंटी में बड़े स्तर पर खनन शुरू किया जहां सोना, चांदी और अन्य बहुमूल्य खनिज का भंडार है, जिसकी कीमत 60 अरब डॉलर आंकी गई है। खबर में दावा किया गया कि चीन तेज गति से आधारभूत ढांचे का निर्माण कर रहा है ताकि क्षेत्र को एक और दक्षिण चीन सागर जैसी स्थिति में लाया जा सके।
भारत के खिलाफ कठोर शब्दों का प्रयोग करने के लिए चर्चित ग्लोबल टाइम्स अखबार ने मंगलवार को संपादकीय में कहा, 'आशा है कि भारत इस खबर से उकसावा महसूस नहीं करेगा, पेइचिंग और नई दिल्ली के बीच संबंधों की बड़ी तस्वीर से ध्यान नहीं हटाएंगे और भारत-चीन सहयोग को पटरी से नहीं उतरने देगा।' संपादकीय में कहा गया कि इस खबर में तथ्यात्मक साक्ष्य की कमी है। इसमें कहा गया कि खबर हलचल मचाने वाली थी। लहुंजे कांउटी विवादित क्षेत्र नहीं है। खनन अभियान हो या नहीं हो, यह पूरी तरह से चीन की संप्रभुत्ता के अंतर्गत आता है। भारत-चीन सीमा विवाद दक्षिण चीन सागर मुद्दे से अलग है और इसलिए इन दोनों की तुलना करना काफी अतिशयोक्तिपूर्ण है।