Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Jun, 2020 09:03 AM
भारत सरकार चीन के खिलाफ कड़ा रुख लेते हुए लोकल सामान की खरीददारी पर जोर दे रही है। वहीं चीनी मीडिया इससे बौखला गई है। चीनी मीडिया ने भारत को चेतावनी देते हुए लिखा कि दोनों देशों के बीच जारी तनाव के दौरान एंटी चाइना मूवमेंट भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए...
नेशनल डेस्कः भारत सरकार चीन के खिलाफ कड़ा रुख लेते हुए लोकल सामान की खरीददारी पर जोर दे रही है। वहीं चीनी मीडिया इससे बौखला गई है। चीनी मीडिया ने भारत को चेतावनी देते हुए लिखा कि दोनों देशों के बीच जारी तनाव के दौरान एंटी चाइना मूवमेंट भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए आत्मघाती कदम होगा। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने आरोप लगाते हुए लिखा कि भारत में कुछ लोग अपने हितों के लिए चीन के प्रति शत्रुता को बढ़ावा दे रहे हैं। अखबार ने धमकी भरे लहजे में लिखा कि भारत को यह समझना चाहिए कि चीन का संयम कमजोर नहीं है।
RSS पर निशाना
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सहयोगी स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) चीन और चीनी उत्पादों का आर्थिक बहिष्कार करने की मांग दोहरा रहा है। वो ट्रेड और इन्वेस्टमेंट को लेकर एंटी चाइना ग्रुप भारत से चीन को आर्थिक रूप से चोट पहुंचाने के लिए कह रहे हैं। चीनी मीडिया ने लिखा कि कुछ लोग अपने हितों के लिए ऐसा कर रहे हैं। ग्लोबल टाइम्स ने चेतावनी देते हुए लिखा कि बॉयकाट चाइना भारत की बड़ी भूल होगी और इससे चीन के साथ विवाद पैदा होगा। उसने कहा कि निवेश और व्यापार के साथ सीमा मुद्दों को जोड़ना अतार्किक है।
इतना ही नहीं ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि सीमा पर पैदा हुए नए तनावों का आकलन करते समय भारत को यह समझना चाहिए कि चीन का संयम कमजोर नहीं है। दोनों देशों को अपने बहुमूल्य विकास के अवसरों को संजोना चाहिए और अच्छे द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखना चाहिए। बता दें कि सोमवार को गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद भारत चीन के बीच तनाव काफी बढ़ गया और साथ ही देश में चीनी सामान को लेकर भी आवाजें तेज हो गई हैं। बता दें कि गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे।