Edited By Tanuja,Updated: 14 Sep, 2020 01:56 PM
अमेरिका की एक प्रमुख पत्रिका ने भारत के खिलाफ चीनी सेना के आक्रामक कदमों के पीछे राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जिम्मेदार ठहराया है
वाशिंगटन: अमेरिका की एक प्रमुख पत्रिका ने भारत के खिलाफ चीनी सेना के आक्रामक कदमों के पीछे राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जिम्मेदार ठहराया है। भारत-चीन सीमा लेह लद्दाख में LAC पर चीन द्वारा की गई घुसपैठ की साजिशों को पूरी तरह नाकाम बताते हुए पत्रिका ''न्यूजवीक'' ने अपनी रिपोर्ट में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भारत में चीनी सेना द्वारा हाई प्रोफाइल घुसपैठ का ‘शिल्पकार’ बताया है।
पत्रिका में यह भी कहा गया है कि चीनी राष्ट्रपति ने भारत में PLA की घुसपैठ की योजना को ग्रीन सिग्नल देकर अपने भविष्य को खतरे में डाल दिया है। पत्रिका ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि चीनी राष्ट्रपति ने भारतीय सीमा क्षेत्र में घुसपैठ का प्रयास करके अपने भविष्य को जोखिम में डाल दिया है क्योंकि यह भारतीय सेना की कड़ी जवाबी कार्रवाई के बाद अप्रत्याशित रूप से विफल रहा। ''न्यूजवीक'' ने एक अपने एक लेख में कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी में सुधार आंदोलन और दुश्मनों के उत्पीड़न में पहले से ही उलझे शी भारतीय सीमा पर चीन की नाकामी के बाद कोई अन्य क्रूर कदम उठाएंगे।
''न्यूजवीक'' ने कहा, '' यह शी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है, भारत के खिलाफ आक्रामकता वाले कदमों के वही कर्ताधर्ता हैं और उनकी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) अप्रत्याशित रूप से नाकाम साबित हुई है। भारतीय सीमा पर चीनी सेना की विफलताओं के अपने परिणाम होंगे।'' पत्रिका ने चेताया कि सबसे अहम बात यह है कि विफलता के कारण चीन के शासक शी चिनफिंग भारत के खिलाफ कोई अन्य आक्रामक कदम उठाने को प्रोत्साहित हो सकते हैं जोकि अपनी पार्टी की केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष भी हैं और पीएलए के भी प्रमुख हैं।
चीन के सैनिकों द्वारा लगातार की जा रही घुसपैठ की साजिशों को लेकर अमेरिकी पत्रिका द वीक के स्तंभकार गॉर्डन जी चांग ने कहा कि इंडियन आर्मी ने चीनी सेना को जोरदार शिकस्त दी है और अब भारत को शी जिनपिंग के अगले कदम पर नजर रखने की जरूरत है। चीनी सेना की ये साजिश बुरी तरह से फेल रही है, क्योंकि भारत की सेना ने अप्रत्याशित रूप से चीनी सेना को भयानक जवाब दिया और चीन की ये कोशिश पस्त हो गई।