Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 02:37 PM
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने देश भर में पांच सितारा होटलों को सुरक्षा परामर्शसेवा उपलब्ध कराने का निर्णय किया है। इसका मकसद होटलों को मुंबई में 26 /11 जैसे आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए चाकचौबंद करना है। इससे पहले, सीआईएसएफ ने पांच...
नई दिल्लीः केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने देश भर में पांच सितारा होटलों को सुरक्षा परामर्शसेवा उपलब्ध कराने का निर्णय किया है। इसका मकसद होटलों को मुंबई में 26 /11 जैसे आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए चाकचौबंद करना है। इससे पहले, सीआईएसएफ ने पांच सितारा होटलों की सुरक्षा के लिए अपने कमांडों उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया था।
अर्द्धसैनिक बलों के सूत्रों ने बताया कि मुंबई में 26 नंबर को दो होटलों और पाकिस्तान के एक होटल पर आतंकवादी हमलों को ध्यान में रखते हुए एक सुरक्षा परामर्श सेवा का एक खाका तैयार किया गया है। इसमें एक घटना 2008 में मुंबई हमले से जुड़ी है जब ताज महल और ट्राइडेंट को निशाना बनाया गया। वहीं उसी साल पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में मैरिओट होटल के सामने विस्फोटकों से लदे ट्रक से धमाका कराया गया था जिसमें 54 लोग मारे गए।
सुरक्षा परामर्श की रूपरेखा को मंजूरी मिलने के बाद सुरक्ष् बल कुछ प्रमुख पांच सितारा होटलों को पत्र लिखकर उन्हें अपनी विशेष इकाई और विशेषज्ञों की सेवा देने की पेशकश करेगा एवं सुरक्षा के संदर्भ में परामर्श उपलब्ध कराएगा। परामर्श सेवा के लिए शुल्क प्रति होटल 4 से 5 लाख रुपए होगा। मुंबई हमले के बाद सीआईएसएफ को सरकार ने निजी क्षेत्र को भी सुरक्षा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन सुरक्षा बल ने सीमित कार्यबल का हवाला देते हुए पांच सितारा होटलों को अपने कर्मी उपलब्ध कराने से मना कर दिया है।