Edited By Yaspal,Updated: 20 Apr, 2019 07:33 PM
भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) रंजन गोगोई ने शनिवार को उच्चतम न्यायालय में संकेत दिए कि उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप इसलिए लगाए गए हो सकते हैं, क्योंकि उनकी अगुवाई वाली पीठ अगले हफ्ते ‘‘कई संवेदनशील मामलों'''' की सुनवाई करने...
नई दिल्लीः भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) रंजन गोगोई ने शनिवार को उच्चतम न्यायालय में संकेत दिए कि उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप इसलिए लगाए गए हो सकते हैं, क्योंकि उनकी अगुवाई वाली पीठ अगले हफ्ते ‘‘कई संवेदनशील मामलों'' की सुनवाई करने वाली है। हालांकि, सीजेआई ने किसी मामले का नाम नहीं लिया। बहरहाल, सुनवाई का हिस्सा रहे एक वकील ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि राजनीतिक तौर पर अहम कुछ मामलों पर अगले हफ्ते सुनवाई होनी है।
राफेल करार के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की एक विवादित टिप्पणी को लेकर भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी द्वारा उनके खिलाफ दायर अवमानना याचिका, पश्चिम बंगाल के चिटफंड मामले के सिलसिले में कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की इजाजत देने संबंधी सीबीआई की अर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बायोपिक की रिलीज पर पाबंदी के खिलाफ इसके निर्माताओं की अर्जी पर अगले हफ्ते सुनवाई संभव है।
इसके अलावा, असम के रहने वाले न्यायमूर्ति गोगोई राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) से जुड़े मुकदमों की भी सुनवाई कर रहे हैं। इस पर सोमवार को भी एक सुनवाई होने वाली है। लोकसभा चुनावों को लेकर तमिलनाडु में बड़े पैमाने पर लोगों को रिश्वत देने संबंधी याचिका पर भी सीजेआई सोमवार को सुनवाई करेंगे।