Edited By Pardeep,Updated: 13 Jan, 2020 04:48 AM
जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) में पांच जनवरी की शाम को कुछ नकाबपोश बदमाशों ने हाथों में डंडे, रॉड लेकर घुसे और छात्र-छात्राओं, शिक्षकों पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जेएनयू में हुई इस हिंसक घटना के बाद कक्षाएं रोक दी गई थीं। वहीं, अब 7 दिन बाद...
नई दिल्लीः जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) में पांच जनवरी की शाम को कुछ नकाबपोश बदमाशों ने हाथों में डंडे, रॉड लेकर घुसे और छात्र-छात्राओं, शिक्षकों पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जेएनयू में हुई इस हिंसक घटना के बाद कक्षाएं रोक दी गई थीं। वहीं, अब 7 दिन बाद 13 जनवरी यानी सोमवार से विश्वविद्यालय प्रशासन ने कक्षाएं शुरू करने का फैसला लिया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय को इसकी आधिकारिक जानकारी दी है। प्रशासन ने शनिवार को इस बाबत छात्रों के लिए एक नोटिस जारी किया, जिसमें सभी छात्रों को सोमवार से अपनी कक्षाओं में लौटने को कहा गया है। नोटिस में दिल्ली से बाहर गए छात्रों को भी लौट आने को कहा गया है।
छात्रसंघ ने छात्रों से की शीतकालीन सत्र के बहिष्कार की अपील
वहीं, जेएनयू छात्र संघ ने इसके जवाब में रजिस्ट्रेशन प्रोसेस का पूरी तरह बहिष्कार करने का फैसला लिया है। छात्रसंघ अध्यक्ष आईषी घोष और अन्य सभी प्रतिनिधियों ने छात्रों से शीतकालीन सत्र के बहिष्कार करने की अपील की है। छात्र संघ ने छात्रों से एकजुट रहने की अपील की है। उसका कहना है कि लाईफ साइंस जैसे विषय पर शोध कर रहे 50-60 छात्रों ने ही अभी तक शीतकालीन सत्र के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। वहीं प्रशासन ने कहा है कि जो छात्र हिंसा के डर अथवा किसी अन्य कारण से शहर से बाहर चले गए हैं वह सभी समय रहते वापस लौंट आएं।