Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Feb, 2018 07:37 PM
छत्तीसगढ़ में स्वच्छ भारत की मिसाल पेश करने वाली कुंवर बाई का शुक्रवार को निधन हो गया। 106 साल की कुंवर बाई का आखिरी वक्त में ब्रेन ने काम करना बंद कर दिया था। उन्हे रायपुर के अंबेडकर अस्पताल ले जाया लाया गया जहां उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली...
नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ में स्वच्छ भारत की मिसाल पेश करने वाली कुंवर बाई का शुक्रवार को निधन हो गया। 106 साल की कुंवर बाई का आखिरी वक्त में ब्रेन ने काम करना बंद कर दिया था। उन्हे रायपुर के अंबेडकर अस्पताल ले जाया लाया गया जहां उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। स्वच्छता दूत कही जाने वाली कुंवर बाई ने साल 2016 में अपनी बकरी बेचकर शौचालय बना देश को स्वच्छता का पैगाम दिया था। इस समर्पण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक कार्यक्रम में उनके पैर छूए थे।
बता दें कि कुंवर बाई के घर में शौचालय नहीं था। उनके बेटों का देहांत हो चुका था। ऐसे में वह नहीं चाहती थी कि उनकी बहू और पोती को शौच के लिए बाहर जाना पड़ते। लेकिन घर की माली हालत ठीक न होने के कारण कुंवर बाई ने अपनी सारी बकरियों को बेच दिया और उन पैसों से घर में शौचालय बनवाया। इसके साथ ही उन्होंने गांव के हर घर में जाकर शौचालय बनवाने के फायदों को बताया। कुंवर बाई के स्वच्छता के प्रति लगन और उत्साह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काफी प्रभावित हुए और उन्हें स्वच्छता दिवस के मौके पर दिल्ली में सम्मानित किया था। प्रधानमंत्री ने लोकसभा और राज्यसभा में भी अपने भाषण में कुंवर बाई को याद किया।