Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jan, 2018 06:59 PM
सोमवार को राजपथ में गणतंत्र दिवस का महाजश्न मनाया गया। ''बीटिंग रिट्रीट'' कार्यक्रम के साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हो जाएगा। इस समारोह में भारतीय धुनों पर जोर दिया गया। इस समारोह में तीनों सेनाओं और सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज की ओर से 26...
नेशनल डेस्क: सोमवार को राजपथ में गणतंत्र दिवस का महाजश्न मनाया गया। 'बीटिंग रिट्रीट' कार्यक्रम के साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हो गया। इस समारोह को हर साल गणतंत्र दिवस के तीन दिन बाद 29 जनवरी की शाम को विजय चौक पर आयोजित किया जाता है। इस समारोह में भारतीय थलसेना, नौसेना, वायुसेना, राज्य पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की ओर से अपनी ताकत और संस्कृति का प्रदर्शन किया गया।
बीटिंग रिट्रीट में 18 मिलिट्री बैंड, 15 पाइप एंड ड्रम बैंड शामिल हुए और एक साथ सेना के सर्वोच्च कमांडर को सलामी दी। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण तीनों सेनाओं के प्रमुख समेत कई देशों से आए मेहमान शामिल हुए।
गौरतलब है कि 'बीटिंग रिट्रीट' समारोह सेना की सदियों पुरानी परंपरा है, जब सैनिक युद्ध के बाद शाम में अपने शिविरों में लौटते थे। इस समारोह के साथ ही चार दिन तक चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोह का समापन होता है। रक्षा मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, भारतीय सैनिकों, हेराना हेरन, मुश्कोह वैली, तेजस, दि ग्रेट मार्शल, नमस्ते इंडिया सहित कई अन्य की ओर से 25 धुनें तैयार की गई हैं। एकमात्र पश्चिमी धुन 'अबाइड विद मी' है। 'सारे जहां से अच्छा' गीत के साथ समारोह का समापन हुआ।