Edited By ,Updated: 05 Dec, 2016 09:03 AM
अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की प्रमुख एवं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता को रविवार शाम हार्ट अटैक आने के बाद भारी पुलिस फोर्स तैनात कर गिया गया।
चेन्नई: अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की प्रमुख एवं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता को रविवार शाम हार्ट अटैक आने के बाद भारी पुलिस फोर्स तैनात कर गिया गया। जयललिता को अनके समर्थक और राज्य की जनता अम्मा कह कर बुलाती है। वो भी अपनी जनता को अम्मा की तरह ही प्यार करती हैं। जयललिता का पुराना नाम कोमलावल्ली है। जयललिता के पिता का जब निधन हुआ, तब वे सिर्फ दो साल की थीं। पूरी जायदाद जयललिता की सौतेली मां को मिल गई और उनकी मां वेदावल्ली दाने-दाने को मोहताज हो गईं। उस वक्त जयललिता को परवरिश के लिए अपनी बहन के पास बेंगलुरु में छोड़कर उनकी मां काम की तलाश में मैसूर से मद्रास चली गईं। जयललिता की मां की बहन अमबुजावल्ली ने उन्हें फिल्मों की दुनिया से वाकिफ कराया। पहले उन्होंने छोटी-मोटी ड्रामा कंपनी में एक्टिंग की, फिर फिल्मों की राह पकड़ी। कुछ सालों बाद जयललिता भी मद्रास गईं और उन्होंने मशहूर भरतनाट्यम गुरु वैजूवूर बीरमैया पिल्लई से डांस सीखा। जब मायलापुर के एक ऑडिटोरियम में जयललिता ने अपनी पहली प्रेजेंटेशन दी तो उस दौर के सुपरस्टार शिवाजी गणेशन उनसे बेहद इम्प्रेस हुए। उन्होंने जयललिता को फिल्मों में एक्टिंग की सलाह दी। उनकी सलाह पर जयललिता ने 17 की उम्र में लीड एक्ट्रेस के रूप में पहली फिल्म ‘वेनिरा अडाई’ (1965) की।
जयललिता ऐसे आई फिल्मों में
फिल्म ‘वेनिरा अडाई’ के बाद उन्हें कई ऑफर आने शुरू हो गए लेकिन जयललिता चाहती थीं कि वे पढ़ाई जारी रखकर वकील बनें। उनकी मां भी यही चाहती थीं। घर की माली हालत को सुधारने के लिए फिल्मों में एक्टिंग करना जयललिता की मजबूरी बन चुकी थी। इसमें उन्हें तत्काल और अच्छी रकम मिल जाती थी। बाद में फिल्में ही जयललिता का करियर बन गईं। उन्होंने 300 फिल्मों में एक्टिंग किया। वे दक्षिण की सुपरस्टार बन गईं। उनकी तुलना शर्मिला टैगोर से होने लगी। उस दौर के फेमस ब्रैंड लक्स साबुन ने उन्हें साइन किया। जयललिता ने 14 सालों (1964- 78) में 142 फिल्मों में काम किया।
राजनीति का सफर
वैसे तो सभी जयललिता को कोमलावल्ली ही बुलाते थे लेकिन जब वे मैसूर में अपने दादा के घर में रहती थीं तो उन्हें जयललिता नाम मिला। दरअसल, उनके दादा के दो घर थे, जिन्हें जया विलास और ललिता विलास कहा जाता था। इस तरह दोनों के आगे के शब्द जोड़कर उनका नाम जयललिता रखा गया। जयललिता के को-स्टार एमजी रामचंद्रन उन्हें राजनीति में लाए। उन्होंने 1982 में उनकी पार्टी एआईएडीएमके जॉइन कर ली। इसके साथ उन्होंने अपने बेहद सफल फिल्म करियर पर भी फुलस्टॉप लगा लिया।
नवाब पटौदी से हो गया था क्रश
जयललिता यह ऑन रिकॉर्ड कह चुकी हैं कि वे पूर्व क्रिकेटर मूंसर अली खान पटौदी से इश्क कर बैठी थीं। पटौदी से उन्हें क्रश हो गया था। इसके अलावा एक और पूर्व क्रिकेटर नरी कांट्रेक्टर पर भी जयललिता फिदा थीं। अमेरिकी एक्टर रॉक हडसन भी उनके फेवरेट रहे हैं। वे कभी उनके फोटोग्राफ्स कलेक्ट करती थीं।