Edited By Seema Sharma,Updated: 10 May, 2019 03:11 PM
1984 में हुए सिख दंगों पर निदंनीय बयान देकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा बुरे फंस गए हैं। 1984 में हुए सिख दंगों पर ''जो हुआ सो हुआ'' बयान को लेकर सैम पित्रोदा पर मामला दर्ज हुआ है।
नई दिल्लीः 1984 में हुए सिख दंगों पर निदंनीय बयान देकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा बुरे फंस गए हैं। 1984 में हुए सिख दंगों पर 'जो हुआ सो हुआ' बयान को लेकर सैम पित्रोदा पर मामला दर्ज हुआ है। पित्रोदा के खिलाफ पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में भाजपा के तेजिंदर सिंह बग्गा ने मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि कांग्रेस नेता के बयान ने हमारे सिख भाइयों और बहनों की भावनाओं का अपमान और उन्हें आहत किया है। पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर से भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया तो वहीं पंजाब में भी अकाली दल और भाजपा ने मिलकर पित्रोदा का विरोध किया। सैम के इस बयान की भाजपा ने कड़ी निंदा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक रैली के दौरान शुक्रवार को कहा कि यह कांग्रेस के ‘‘चरित्र और मानसिकता'' को दिखाता है।
पित्रोदा ने दी सफाई
पित्रोदा ने सफाई देते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी अपनी नाकामियां छिपाने के लिए उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाजपा एक साक्षात्कार में कहे मेरे तीन शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है ताकि वह तथ्यों को अपने हिसाब से गढ़ सके, हमें बांट सके और अपनी नाकामियां छिपा सके। यह दुखद है कि उनके पास देने के लिए कुछ भी सकारात्मक नहीं है। पित्रोदा ने कहा कि 1984 में मुश्किल समय में अपने सिख भाइयों-बहनों के दर्द का मुझे अहसास था और उन अत्याचारों के बारे में आज भी महसूस करता हूं।
ये कहा था पित्रोदा ने
पित्रोदा से 1984 के दंगों को लेकर प्रश्न पूछा गया था तो उन्होंने कहा था, ‘‘84 में हुआ तो हुआ''। अब क्या है 84 का? आपने (मोदी) क्या किया है पांच साल में, उसकी बात करिए। लोगों ने रोजगार के लिए वोट दिया था क्या वो दिया आपने।