Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jun, 2018 06:40 PM
कर्नाटक सरकार की मंत्रिपरिषद में जगह नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस नेताओं के असंतोष को दूर करने के प्रयास नहीं होने के बाद इन नेताओं ने अपनी शिकायतों के निपटारे के लिए पार्टी नेतृत्व पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार , कांग्रेस...
बेंगलुरु: कर्नाटक सरकार की मंत्रिपरिषद में जगह नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस नेताओं के असंतोष को दूर करने के प्रयास नहीं होने के बाद इन नेताओं ने अपनी शिकायतों के निपटारे के लिए पार्टी नेतृत्व पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार , कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट विधायकों के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री एम बी पाटिल की अगुवाई में एक बैठक करने की संभावना है। इस बैठक में ये नेता अपने अगले कदम के बारे में चर्चा करेंगे।
सूत्रों ने बताया कि इस बात की भी संभावना है कि ये लोग कैबिनेट के जल्द विस्तार की मांग करेंगे। इस महीने की छह तारीख को कैबिनेट के विस्तार के बाद कांग्रेस में मतभेद उजागर हो गया था। मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किये गए असंतुष्ट विधायकों ने अलग बैठक बुलायी और खुले तौर पर नाराजगी जाहिर की। इस असंतोष को समाप्त करने के लिए नाराज नेताओं के मुखिया के रूप में उभरे पाटिल को हाल ही में दिल्ली तलब किया गया था जहां उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की।
इसके अलावा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिवों मनिकम टैगोर और विष्णुनाथ ने भी पिछले दो दिन से पार्टी के कई विधायकों से मुलाकात की। ये पार्टी नेता भी एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री एच के पाटिल की अगुवाई में बैठक कर रहे हैं । इन दोनों महसचिवों ने इन नेताओं से मुलकात कर उनकी शिकायतों को सुना। इस बीच कांग्रेस के कनार्टक के प्रभारी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने भी कुछ असंतुष्ट विधायकों से उन्हें शांत करने के लिए मुलाकात की ।
जिन नेताओं की वेणुगोपाल से मुलाकात हुई उनमें एच के पाटिल , तनवरी सैत और शिवल्ली तथा अन्य शामिल हैं। वेणुगोपाल यहां जद (सेकुलर) एवं कांग्रेस गठबंधन की समन्वय एवं निगरानी कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए यहां आये थे। संवाददाताओं से बाद में बातचीत करते हुए एच के पाटिल ने बताया कि वेणुगोपाल ने उन्हें राहुल गांधी से मिलवाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी मुझे एक ईमानदार कार्यकर्ता समझकर जो भी जिम्मेदारी देगी , मैं इसे लेने के लिए तैयार हूं। मेरा विश्वास है कि पार्टी आलाकमान और राज्य की जनता मेरी योग्यता को समझेगी।