Edited By vasudha,Updated: 09 Oct, 2019 03:42 PM
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने सलमान खुर्शीद द्वारा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर दिए गए बयान की तीखी आलोचना की। अल्वी ने अप्रत्यक्ष रूप से खुर्शीद पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस को ‘दुश्मनों'' की जरूरत नहीं है...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने सलमान खुर्शीद द्वारा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर दिए गए बयान की तीखी आलोचना की। अल्वी ने अप्रत्यक्ष रूप से खुर्शीद पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस को ‘दुश्मनों' की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब दो राज्यों में चुनाव हो रहे हैं और मतदान की तिथि महज दस दिन दूर हो तो यह पार्टी की जीत के लिए काम करने का वक्त है और इस समय इस तरह की टिप्पणी करना ठीक नहीं है।
अल्वी ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं को नेतृत्व को लेकर अगर किसी तरह की शिकायत है तो उन्हें यह बात पार्टी के भीतर उठानी चाहिए। इस तरह के बयान से पार्टी को नुकसान होता है और इस स्थिति को देखते हुए लगात है कि कांग्रेस को ‘दुश्मनों' की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब देखो पार्टी का हर दूसरा नेता अलग राग अलाप रहा है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। ‘घर को आग लग गई, घर के चिराग से' यह स्थिति हो गयी है।
अल्वी ने यह टिप्पणी पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के उस बयान पर की है जिसमें उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का समय ठीक नहीं था। उन्हें पद नहीं छोड़ने के लिए बहुत मनया लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े रहे। राहुल पद छोडने की बजाय पार्टी की हार के कारणों पर विचार करते तो कांग्रेस आज अच्छी स्थिति में होती। उनके अध्यक्ष पद से हटने के बाद सोनिया गांधी को कांग्रेस की जिम्मेदारी लेनी पड़ी और यह अच्छा निर्णय था। कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी आज संकट के दौर में है और इस स्थिति से निकलने के लिए जल्द कदम उठाए जाने चाहिए।
इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी किसी का नाम लिए बिना बयान दिया किे सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पार्टी को मजबूत करने के लिए बहुत मेहनत की है लेकिन भारतीय जतना पार्टी के इशारे पर कुछ लोग उलटी सीधी बातें कर रहे हैं। जब कांग्रेस सत्ता में होती है तो कई कुछ नहीं बोलता लेकिन जब पार्टी सत्ता से बाहर होती है तो बोलने वालों की बाढ आ जाती है।