Edited By Anil dev,Updated: 13 Apr, 2018 03:03 PM
कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर इस समय बीजेपी के खतरे की तलवार लटक रही है। जी हां, भारतीय जनता पार्टी के नेता ने कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर आपत्ति जताते हुए इसे रद्द करने की मांग की है। बीजेपी नेता का कहना है कि कांग्रेस के सभी नेता और समर्थक हमेशा...
नई दिल्ली: कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर इस समय बीजेपी के खतरे की तलवार लटक रही है। जी हां, भारतीय जनता पार्टी के नेता ने कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर आपत्ति जताते हुए इसे रद्द करने की मांग की है। बीजेपी नेता का कहना है कि कांग्रेस के सभी नेता और समर्थक हमेशा पार्टी के चुनाव चिन्ह को अपने साथ लेकर चलते हैं जो कि आचार संहिता का उल्लंघन है। बीजेपी नेता द्वारा दायर की गई इस याचिका पर 18 अप्रैल को चुनाव आयोग द्वारा सुनवाई की जाएगी।
भाजपा नेता ने की थी सुप्रीम कोर्ट ने याचिका दाखिल
इस मामले में भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय ने सुप्रीम कोर्ट ने याचिका दाखिल करते हुए कहा था कि हाथ का पंजा मानव अंग है। उन्होंने कहा कि वोटिंग के समय मतदान केंद्र के 150 मीटर के दायरे में चुनाव चिन्ह का इस्तेमाल करने पर पाबंदी रहती है लेकिन क्योंकि पंजा शरीर का अंग है इसलिए इसे कैसे दूर किया जा सकता है। इस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि चुनाव चिन्ह पर कोई भी फैसला लेना चुनाव आयोग का अधिकार है इसलिए वो इस मामले में कोई भी हस्तक्षेप नही करेगा। इसके बाद अश्विनी ने चुनाव आयोग में अपील की जिस पर 18 अप्रैल को सुनवाई की जानी है। अब कांग्रेस का चुनाव चिन्ह बचेगा या फिर उनसे छिन जाएगा इसका फैसला तो 18 अप्रैल को ही होगा।