Edited By vasudha,Updated: 11 Mar, 2019 06:53 PM
कांग्रेस ने एक बार फिर नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। पार्टी ने सोमवार को कहा कि अब यह साफ हो गया है कि रिजर्व बैंक भी नोटबंदी के पक्ष में नहीं था लेकिन पीएम के दबाव में बैंक ने उनके फैसले का समर्थन किया और इससे देश भारी...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने एक बार फिर नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। पार्टी ने सोमवार को कहा कि अब यह साफ हो गया है कि रिजर्व बैंक भी नोटबंदी के पक्ष में नहीं था लेकिन पीएम के दबाव में बैंक ने उनके फैसले का समर्थन किया और इससे देश भारी आर्थिक संकट में फंस गया।
पीएम मोदी ने किए झूठे दावे
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता जयराम रमेश तथा प्रोफेसर राजीव गौड़ा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी ने आठ नवंबर 2016 को रात आठ बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए नोटबंदी की घोषणा करते हुए दावा किया था कि इससे कालाधन खत्म होगा, फर्जी करंसी बंद होगी और आतंकवादी रुकेगा। दोनों नेताओं ने कहा कि नोटबंदी को लेकर सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिली एक जानकारी से अब खुलासा हुआ है कि मोदी की नोटबंदी की घोषणा के महज ढाई घंटे पहले यानी साढे पांच बजे रिजर्व बैंक के सेंट्रल बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स की दिल्ली में 561वीं बैठक हुई थी।
रिजर्व बैंक ने नहीं दी थी बैठक की जानकारी
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस बैठक की औपचारिक जानकारी किसी को नहीं दी गयी थी। बैठक के छह पन्नों के विवरण में कहा गया कि हमारे देश में कालाधन सोना, जमीन या रियल एस्टेट में रखा जाता है, कैश में नहीं रखा जाता इसलिए नोटबंदी का कालेधन पर कोई असर नहीं होगा जबकि मोदी दावा करते रहे कि नोटबंदी से कालाधन समाप्त हो जाएगा। बैठक में रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल के अलावा बैंक के मौजूदा गवर्नर शक्तिकांता दास भी थे।
सरकार ने लिया था नोटबंदी का निर्णय
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बैंक के तत्कालीन गवर्नर पटेल तीन बार संसद की तीन समितियों अधिनस्थ विधायी समिति, लोक लेखा समिति तथा वित्त मामलों की स्थायी समिति के समक्ष पेश हुए लेकिन हर बार उन्होंने यही कहा कि नोटबंदी का निर्णय सरकार ने लिया था और हमने उसका समर्थन किया।