Edited By Seema Sharma,Updated: 10 Oct, 2018 04:31 PM
मोदी सरकार में विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर #MeToo अभियान के तहत विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। एक महिला पत्रकार द्वारा एमजे अकबर पर लगाए गए आरोपों के बाद कांग्रेस ने विदेश राज्य मंत्री से इस्तीफे की मांग की है।
नई दिल्ली: मोदी सरकार में विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर #MeToo अभियान के तहत विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। एक महिला पत्रकार द्वारा एमजे अकबर पर लगाए गए आरोपों के बाद कांग्रेस ने विदेश राज्य मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता एस. जयपाल रेड्डी ने कहा कि मेरा मानना है कि एमजे अकबर को अपने ऊपर लगे आरोपों पर सामने आकर सफाई देनी चाहिए या फिर इस्तीफा दे देना चाहिए। रेड्डी ने कहा कि अकबर पर उनके साथ काम करने वाली महिला पत्रकार ने आरोप लगाया है। ऐसे में, वे पद पर कैसे बने रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।
वहीं, रेड्डी ने इस मामले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की ‘चुप्पी’ पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वे अपनी जिम्मेदारी से बच रही हैं और इस पर टिप्पणी करने के लिए तैयार नहीं हैं। रेड्डी ने कहा कि सुषमा जी, आप उसी मंत्रालय में महिला मंत्री हैं, ऐसे में आप क्या एक्शन लेंगी? दूसरी तरफ, पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि एक महिला होते हुए भी सुषमा जी कुछ नहीं बोल रही हैं। उनको इस पर बोलना चाहिए, क्योंकि देश की बहुत सारी बच्चियां उनको अपने प्रेरणास्रोत के तौर पर देखती हैं और वे चाहती हैं कि वह इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट करें। भाजपा सांसद उदित राज के एक विवादित बयान पर प्रियंका ने कहा कि भाजपा सांसद का बयान शर्मनाक और निंदनीय है। अपने बयान के लिए भाजपा सांसद को देश की महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।
दरअसल, उदित राज ने भारत में #MeToo अभियान को गलत प्रथा करार देते हुए इस पर सवाल उठाया कि 10 साल बाद किसी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाना कितना प्रासंगिक है। उल्लेखनीय है कि महिला पत्रकार ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उसने लिखा कि एमजे अकबर ने जॉब इंटरव्यू के लिए उसे होटल के कमरे में बुलाया और शराब ऑफर की। इतना ही नहीं, एम जे अकबर ने महिला को बेड पर आने को भी कहा। हालांकि, महिला ने यह भी कहा कि वह उस दिन किसी तरह बच गई।