कांग्रेस ने दिल्ली में हुए चुनावों में हार से ज्यादा जीत हासिल की है: शीला

Edited By Pardeep,Updated: 02 May, 2019 10:15 PM

congress has won more than defeat in elections held in delhi sheila

पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा है कि कांग्रेस ने दिल्ली में चुनावों में हार से ज्यादा बार जीत हासिल की हैं। हालांकि उन्होंने इस बात का अनुमान लगाने से इंकार कर दिया कि राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस कितनी सीटें जीतेगी। शीला ने कहा कि वह केवल...

नई दिल्लीः पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा है कि कांग्रेस ने दिल्ली में चुनावों में हार से ज्यादा बार जीत हासिल की हैं। हालांकि उन्होंने इस बात का अनुमान लगाने से इंकार कर दिया कि राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस कितनी सीटें जीतेगी। शीला ने कहा कि वह केवल तभी संतुष्ट होंगी जब पार्टी दिल्ली में सभी सात लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करेगी। किंतु अगले 8-10 दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी कि कौन सी पार्टी शहर में बढ़त बना रही है।
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उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा की दिल्ली इकाई की अध्यक्ष और मौजूदा सांसद मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी के दिलीप पांडे के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं शीला दीक्षित इन दिनों चुनाव अभियान में व्यस्त हैं। शीला ने मीडिया के साथ साक्षात्कार में कहा, "मैं दोपहर के समय आराम नहीं करती। मैं लंबे समय के बाद संसदीय चुनाव लड़ रही हूं, लेकिन मैं चुनाव अभियान की आदी हूं। सबसे महत्वपूर्ण चीज लोगों के बीच जाना है।"
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आम आदमी पार्टी से गठबंधन का विरोध करने वाली शीला ने कहा, "कांग्रेस एक पुरानी पार्टी है। इसने दिल्ली में अपने दम पर चुनाव लड़ा और हार से ज्यादा बार जीत हासिल की। लिहाजा मुझे लगा कि एक ही क्षेत्र (दिल्ली) तक सीमित पार्टी (आप) के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए।" उन्होंने अपने रुख का बचाव करते हुए कहा, "हम सभी सातों सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। अगर गठबंधन हुआ होता तो हमें दो से चार सीटें ही मिलतीं।"

शीला ने 1998, 2003 और 2008 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी लेकिन उनके नेतृत्व में पार्टी को 2013 के चुनाव में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। 2014 के लोकसभा चुनाव और 2015 के विधानसभा चुनाव में पार्टी खाता भी नहीं खोल सकी थी। अपने प्रतिद्वंद्वी मनोज तिवारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "मैं उन्हें जानती तक नहीं।" उन्होंने कहा, "कई उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। भाजपा से एक उम्मीदवार है, आप से भी एक उम्मीदवार है। वे प्रतिद्वंद्वी हैं। हम एक दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं।"

उत्तर पूर्वी दिल्ली पहले पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र का हिस्सा थी जहां से शीला ने 1998 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें भाजपा के लाल बिहारी तिवारी से हार का सामना करना पड़ा था। शीला से जब उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लिये योजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इलाके में "सड़कों और सफाई व्यवस्था की बुरी हालत" पर दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा, "मुझे दुख हुआ कि बेहद जरूरी चीजें जैसे कि सड़क और साफ-सफाई गायब हैं। जब तक हम इनके बारे में कुछ नहीं करते, कोई भी शहर एक जैसा नहीं दिखता। इलाके में मकान बेहद जर्जर हैं, कोई योजना नहीं है।" दिल्ली में छठे चरण में 12 मई को मतदान होना है।

 

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