Edited By Yaspal,Updated: 23 Aug, 2018 08:27 PM
त्रिपुरा के शाही परिवार के वारिस एवं त्रिपुरा कांग्रेस (टीपीसीसी) के वरिष्ठ नेता प्रद्योत किशोर देवबर्मन ने राज्य में गैर-कानूनी तरीके रह रहे नागरिकों की पहचान और उन्हें बाहर करने के लिए राज्य में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू करने की मांग...
अगरतलाः त्रिपुरा के शाही परिवार के वारिस एवं त्रिपुरा कांग्रेस (टीपीसीसी) के वरिष्ठ नेता प्रद्योत किशोर देवबर्मन ने राज्य में गैर-कानूनी तरीके रह रहे नागरिकों की पहचान और उन्हें बाहर करने के लिए राज्य में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू करने की मांग की है।
उच्चतम न्यायालय के निर्देश के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उनकी सहयोगी स्वदेशी पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) और मुख्य विपक्षी दल इंडिजिनस नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ त्रिपुरा (आईएनपीटी) के साथ मिलकर राज्य में एनआरसी की मांग उठाई है। आईपीएफटी ने एनआरसी को लेकर आगामी 25 अगस्त को प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
शाही परिवार के वारिस और टीपीसीसी नेता की ओर से राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग करना महत्वपूर्ण बात है। टीपीसीसी अध्यक्ष ब्रिजीत सिन्हा ने हालांकि कहा कि एनआरसी मामले को लेकर पार्टी ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है और एनआरसी को लेकर श्री किशोर का बयान उनकी निजी राय है।
किशोर ने कहा कि राज्य में भौगोलिक समानता को बनाए रखने के लिए एनआरसी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि 25 मार्च 1971 के बाद से बहुत से लोग गैर-कानूनी तरीके से त्रिपुरा में घुस आए हैं और आज वह सभी लोग त्रिपुरा की नागरिकता और आवासीय अधिकारों के साथ यहां रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन सभी लोगों की पूरी जांच-पड़ताल के बाद उन्हें राज्य से बाहर कर देना चाहिए।