Edited By Anil dev,Updated: 18 Mar, 2019 04:08 PM
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच ‘चौकीदार’ को लेकर भले ही जुबानी छिड़ी हुई हो लेकिन देश के करीब एक करोड़ युवा इसी पेशे से अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे है। चौकीदारी के लगभग एक हजार अरब रुपए के पेशे में 15 से 40 वर्ष...
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच ‘चौकीदार’ को लेकर भले ही जुबानी छिड़ी हुई हो लेकिन देश के करीब एक करोड़ युवा इसी पेशे से अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे है। चौकीदारी के लगभग एक हजार अरब रुपए के पेशे में 15 से 40 वर्ष आयु के एक करोड़ से अधिक युवा जुड़े हुए हैं। मोदी ने स्वयं को देश और आम जनता की धन- संपदा का ‘‘चौकीदार’’ बताते हैं। दूसरी ओर गांधी उन पर लगातार यह आरोप लगाते रहे हैं कि उन्होंने राफेल विमान सौदे में उद्योगपति अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपए का आफसेट ठेका दिलवाया है जबकि उनकी कंपनी को विमानों के बारे में किसी तरह से अनुभव नहीं है।
राहुल ने कसा पीएम पर तंज
प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कांग्रेस अध्यक्ष आरोप लगाते हैं कि देश का ‘‘चौकीदार चोर है।’’ गांधी के इस नारे के जवाब में मोदी ने हाल ही में अपने ट्विटर हैंडल पर अपने नाम से पहले ‘चौकीदार’ शब्द जोड़ लिया है। इसके बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनके सहयोगियों और भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने भी इसका अनुसरण किया है। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में चौकीदारी का व्यवसाय तेजी से बढने वाले व्यवसायों में शामिल है।
अगले साल एक हजार अरब रुपए का होगा चौकीदारी का उद्योग
इसके अनुसार अगले वर्ष तक देश में चौकीदारी का उद्योग एक हजार अरब रुपए का होगा और इसमें एक करोड़ तक युवा जुड़े होंगे। इन युवाओं की आयु 15 वर्ष से 40 वर्ष के बीच होगी। कामगारों से जुड़े एक संगठन के अनुसार चौकीदारी के पेशे में अधिकतर लोग उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, झारखंड और असम से आते हैं। हालांकि दो दशक पहले चौकीदारी के पेशे में नेपाल से आए लोगों का वर्चस्व था।