Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Jun, 2022 08:35 AM
कांग्रेस ने बुधवार को उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की नृशंस हत्या के बाद अशोक गहलोत सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाने वाली टिप्पणी के लिए अपने नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को फटकार लगाते हुए कहा
नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने बुधवार को उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की नृशंस हत्या के बाद अशोक गहलोत सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाने वाली टिप्पणी के लिए अपने नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को फटकार लगाते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी तथ्यों से रहित है और उन्हें ‘‘लक्ष्मण रेखा’’ पार करने से पहले कम से कम एक बार इस पर विचार करना चाहिए था। बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में दो मुस्लिमों ने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या कर दी और एक वीडियो में गुनाह कबूल करते हुए कहा कि वो ‘‘इस्लाम के अपमान’’ का बदला ले रहे हैं।
कृष्णम ने एक ट्वीट में गहलोत सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूछा कि धमकी मिलने के बावजूद कन्हैया को सुरक्षा मुहैया क्यों नहीं कराई गई और आरोप लगाया कि हत्यारों के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन भी समान रूप से जिम्मेदार है। कृष्णम ने पूछा, ‘‘एसएसपी, डीआईजी के खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई।’’ कृष्णम ने यह भी पूछा कि क्या राजस्थान में कांग्रेस सरकार का इकबाल पूरी तरह से खत्म हो गया गया है।
वहीं कृष्णम को निशाने पर लेते हुए, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उनसे ट्विटर पर कहा कि उन्हें दूसरी बार "लक्ष्मण रेखा" पार करने से पहले कम से कम एक बार इस पर विचार करना चाहिए था। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कृष्णम के ट्वीट को टैग करते हुए कहा, ‘‘आपने जो लिखा है वह तथ्यों से बहुत परे है।’’ पिछले हफ्ते कांग्रेस ने कृष्णम की इस टिप्पणी ‘‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सीएम पद छोड़ने में एक पल भी देरी नहीं करनी चाहिए’’ से खुद को दूर कर लिया था और कहा था कि यह न तो पार्टी के विचार हैं और न ही वह अधिकृत प्रवक्ता हैं।