Edited By Anil dev,Updated: 17 Dec, 2018 05:29 PM
कांग्रेस के सत्ता में लौटने के बाद ही साफा पहनने की प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की सौगंध पूरी हो गई है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद पायलट ने सोमवार को अल्बर्ट हाल प्रांगण में पद व गोपनीयता की शपथ ली।
जयपुर: कांग्रेस के सत्ता में लौटने के बाद ही साफा पहनने की प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की सौगंध पूरी हो गई है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद पायलट ने सोमवार को अल्बर्ट हाल प्रांगण में पद व गोपनीयता की शपथ ली। उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया है और शपथ के समय उन्होंने पारंपरिक राजस्थान साफा पहना हुआ था। पायलट ने पिछले दिनों बताया था कि 2014 में पार्टी की हार के बाद उन्होंने प्रण लिया था कि जब तक कांग्रेस सत्ता में वापसी नहीं करेगी वह साफा नहीं पहनेंगे। उन्होंने खुद को साफे से दूर करने का फैसला किया जो कि संस्कृति का एक प्रतीक है।
2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी हुई थी राज्य में बुरी तरह पराजित
उल्लेखनीय है कि राजस्थानी साफा राजस्थान में संस्कृति और परंपराओं का एक अभिन्न हिस्सा है। खासकर चुनाव प्रचार में तो हर पार्टी का हर नेता साफा पहनता है लेकिन प्रचार अभियान के दौरान जब भी सचिन पायलट को लोगों और उनके समर्थकों ने स्वागत के रूप में साफा भेंट किया तो पायलट उसे माथे से लगाकर रख दिया करते थे। पायलट ने जनवरी 2014 में प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभाला जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी राज्य में बुरी तरह पराजित हुई। इस विधानसभा चुनाव में पायलट ने टोंक सीट से जीत दर्ज की। यह उनका पहला विधानसभा चुनाव था और उन्हें राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।