Edited By Pardeep,Updated: 14 Jul, 2018 11:48 PM
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने शनिवार को ‘ डिजिटल सहिष्णुता ’ का आह्वान किया। उन्हें हाल ही में सोशल मीडिया पर धमकियां दी गई थीं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जब एक दंपत्ति को पासपोर्ट देने के मामले में मदद करने की वजह से विदेश मंत्री सुषमा...
गांधीनगर: कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने शनिवार को ‘ डिजिटल सहिष्णुता ’ का आह्वान किया। उन्हें हाल ही में सोशल मीडिया पर धमकियां दी गई थीं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जब एक दंपत्ति को पासपोर्ट देने के मामले में मदद करने की वजह से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ ट्विटर पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था तो कुछ भाजपा नेताओं ने ही उनके प्रति एकजुटता दिखाई थी।
चतुर्वेदी ने कहा, " सोशल मीडिया के इन यूजर के व्यवहार से लोकतंत्र खतरे में पड़ रहा है। किसी भी महिला के चरित्र हनन का आसान तरीका उसे गाली देना और धमकी देना है ताकि वह डर जाए और यह सोचे कि हमें लोगों से जुडऩे में अगर गाली मिलती है तो हम अपना समय क्यों बर्बाद करें। ’’ उन्होंने कहा कि वे लोग जो अलग विचार रखते हैं, उनके परिवारवालों को दुष्कर्म की धमकी देना और अभद्र भाषा का प्रयोग करना निंदनीय है। चतुर्वेदी अपने साथ हुई एक घटना का हवाला दे रही थीं। हाल ही में ट्विटर पर एक यूजर ने उनकी 10 वर्षीय बेटी के साथ दुष्कर्म करने की धमकी दी थी।
चतुर्वेदी ने संबंधित यूजर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और बाद में अहमदाबाद के इस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया था। यहां कर्णावती विश्वविद्यालय में युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा," इसे एक सामान्य बात नहीं बनने दें। दुष्कर्म की धमकियों को सामान्य न बनने दें।’’ उन्होंने कहा कि डिजिटल सहिष्णुता उतनी ही जरूरी है जितनी लोकतांत्रिक सहिष्णुता जरूरी है और अगर सभी लोगों की आवाज को लोकतंत्र में नहीं सुना गया तो यह जीवित नहीं रहने वाला है।