Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Dec, 2018 08:43 AM
कांग्रेस जयपुर, भोपाल और रायपुर में अपने 3 मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोहों में विपक्षी एकता को दर्शाना चाहती थी। कांग्रेस ने 21 विपक्षी पार्टियों के प्रमुख नेताओं को 3 मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोहों में ले जाने के लिए 3 विमान किराए पर लिए...
नेशनल डेस्कः कांग्रेस जयपुर, भोपाल और रायपुर में अपने 3 मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोहों में विपक्षी एकता को दर्शाना चाहती थी। कांग्रेस ने 21 विपक्षी पार्टियों के प्रमुख नेताओं को 3 मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोहों में ले जाने के लिए 3 विमान किराए पर लिए थे लेकिन माकपा अंतिम क्षणों में यह कहते हुए पीछे हट गई कि उसकी केंद्रीय कमेटी की 17 दिसम्बर को बैठक है। बड़ी मुश्किल से भाकपा के डी. राजा राजी हुए।
‘आप’ के प्रतिनिधि संजय सिंह जयपुर से वापस लौट आए क्योंकि तब तक 1984 के सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार को दोषी करार देने का फैसला आ गया था। टी.एम.सी. नेता दिनेश त्रिवेदी को ममता बनर्जी ने निर्देश दिया था कि वह कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कमर्शियल विमान से भोपाल जाएं, कमर्शियल विमान से ही वापस लौटें और कांग्रेस के विमान में न जाएं।
लोकतंत्र जनता दल के नेता शरद यादव ने कांग्रेस के नेताओं के साथ विमान में जाने का फैसला किया। उनके साथ डा. मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, आनंद शर्मा और अन्य नेता थे। भाजपा नेता शरद पवार के पास भी कांग्रेस नेतृत्व पहुंचा मगर उन्होंने कहा कि वह मुम्बई से पहले ही अपना विमान बुक करवा चुके हैं और वह दिल्ली नहीं आएंगे। राजद की तरफ से तेजस्वी और जयप्रकाश शामिल हुए।