Edited By shukdev,Updated: 22 Nov, 2019 06:25 PM
राजस्थान के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शुक्रवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अयोध्या मामले का पटाक्षेप हो जाना चाहिए और न्यायालय के फैसले के मद्देनजर पार्टी चाहती है कि वहां भव्य मंदिर बने। पायलट ने अयोध्या ...
जयपुर: राजस्थान के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शुक्रवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अयोध्या मामले का पटाक्षेप हो जाना चाहिए और न्यायालय के फैसले के मद्देनजर पार्टी चाहती है कि वहां भव्य मंदिर बने। पायलट ने अयोध्या मामले पर कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति अब बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा,‘मुझे लगता है कि उच्चतम न्यायालय का फैसला सबको स्वीकार्य है। सहर्ष हमें सम्मान कर उस निर्णय का पालन करना पड़ेगा। अब इस मुद्दे पर राजनीति करना बंद करना पड़ेगा, दुनिया आगे निकल रही है।' पायलट ने कहा,‘जो निर्णय आया है, अच्छा है सबने स्वागत किया है। कांग्रेस पार्टी चाहती है कि एक भव्य मंदिर वहां पर बने। लेकिन इस प्रकरण में तीस साल तक जितने लोगों को राजनीति करनी थी, कर ली अब मैं समझता हूं कि इस पर बार-बार बोलने से किसी को राजनीतिक फायदा होने वाला नहीं है।'
कुछ राज्यों के विधानसभा व राजस्थान में निकाय चुनाव के परिणाम की ओर इशारा करते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पायलट ने कहा कि देश में माहौल बदल रहा है। उन्होंने कहा,' इसका मतलब है कि संगठन ने, कार्यकर्ताओं ने काम किया है। सरकार की योजनाओं को लोगों ने पसंद किया है। जो परिणाम हरियाणा में आए हैं। महाराष्ट्र में अब सरकार कांग्रेस की साझा बनने वाली है। तो पूरे देश में माहौल बदल रहा है।' उन्होंने कहा,'राजस्थान में हम लोगों ने जिस तरह से काम किया मुझे कहते हुए खुशी है कि कांग्रेस संगठन ने जितनी मेहनत और तत्परता से विपक्ष में काम किया उतनी ही मेहनत से संगठन सत्ता में होने के बावजूद काम कर रहा है।'
उल्लेखनीय है कि राज्य में 49 नगर निकायों के चुनाव में कांग्रेस को 20 में स्पष्ट बहुमत मिला है, जबकि पार्टी नेताओं का कहना है कि निर्दलीयों को साथ लेकर वह कम से कम 30 जगह बोर्ड बना लेगी। परिणाम से उत्साहित उपमुख्यमंत्री पायलट ने कहा,' भाजपा हमेशा मानती थी कि शहरी क्षेत्र उसका गढ़ है। लेकिन ये जो परिणाम आए हैं लगभग 50 जगह निकाय में चुनाव हुए केवल छह जगह भाजपा को बहुमत मिला है। आप कल्पना कीजिए कि छह महीने पहले भाजपा ने सभी 25 लोकसभा सीटें जीती थीं आज वहां कांग्रेस को भारी बहुमत के साथ लोगों ने बढ़त दी है।'