Edited By Yaspal,Updated: 25 Apr, 2022 09:34 PM
भारतीय तटरक्षक बल और गुजरात के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने राज्य के तट के पास अरब सागर में चालक दल के नौ सदस्यों के साथ एक पाकिस्तानी नौका को पकड़ा है जिससे 280 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन बरामद हुई है। एक रक्षा प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी...
नेशनल डेस्कः भारतीय तटरक्षक बल और गुजरात के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने राज्य के तट के पास अरब सागर में चालक दल के नौ सदस्यों के साथ एक पाकिस्तानी नौका को पकड़ा है जिससे 280 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन बरामद हुई है। एक रक्षा प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि तटरक्षक बल को पाकिस्तानी नौका पर कुछ गोलियां चलानी पड़ीं क्योंकि इंटरसेप्टर पोत द्वारा चुनौती दिए जाने के बाद वह भागने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने कहा कि इसमें नौका के चालक दल के दो से तीन सदस्य मामूली रूप से घायल हो गए। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि तटरक्षक बल के जहाजों ने पाकिस्तानी नौका ‘अल हज' को भारतीय जल सीमा में दाखिल होने पर चेतावनी दी और उसे पकड़ लिया। अधिकारियों को नौका में 280 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन मिली।
बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी नौका और उसके चालक दल के सदस्यों को आगे की जांच के लिए गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह ले जाया गया। गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने कहा कि बरामदगी अरब सागर के भारतीय क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) से करीब 15 समुद्री मील दूर सुबह के समय हुई। उन्होंने कहा कि तटरक्षक बल को पाकिस्तानी नौका पर कुछ गोलियां चलानी पड़ीं क्योंकि इसके चालक दल ने इंटरसेप्टर पोत द्वारा चुनौती दिए जाने के बाद भागने की कोशिश की।
भाटिया ने एटीएस मुख्यालय में कहा, ‘‘एटीएस द्वारा दी गई एक सूचना के आधार पर, तटरक्षक बल का एक पोत आईएमबीएल की ओर बढ़ा और उसने पाकिस्तानी नौका को आईएमबीएल पार करने के बाद भारतीय जलक्षेत्र में घूमते देखा। चूंकि पाकिस्तानी चालक दल ने चुनौती दिए जाने के बाद अपनी नौका के साथ तेजी से भागने की कोशिश की, इसलिए पीछा करने के दौरान तटरक्षक बल ने उन पर कुछ गोलियां चलाईं। गोलीबारी के कारण चालक दल के दो से तीन सदस्य मामूली रूप से घायल हुए हैं।" उन्होंने कहा कि एटीएस और तटरक्षक बल के अधिकारियों को पाकिस्तानी नौका में 280 करोड़ रुपये मूल्य की 56 किलोग्राम हेरोइन मिली। भाटिया ने कहा, ‘‘हालांकि हमें अभी तक प्रतिबंधित सामग्री के स्रोत और गंतव्य का पता नहीं चल पाया है, लेकिन हमें पता चला है कि इस रैकेट के पीछे कराची का तस्कर मुस्तफा है।''