Edited By Seema Sharma,Updated: 31 Jul, 2020 04:12 PM
कोरोना के 300 मरीजों का इलाज करने वाले जब एक सीनियर डॉक्टर खुद इस वायरस की चपेट में आए तो एक फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर ने उनकी जान बचाई।तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर को कोरोना होने पर यहां के चिकलगुडा थाने...
नेशनल डेस्कः कोरोना के 300 मरीजों का इलाज करने वाले जब एक सीनियर डॉक्टर खुद इस वायरस की चपेट में आए तो एक फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर ने उनकी जान बचाई।तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर को कोरोना होने पर यहां के चिकलगुडा थाने के कॉन्स्टेबल विजय कुमार ने प्लाजमा डोनेट कर उनको बचाया। कॉन्स्टेबल विजय जून महीने में ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। 60 साल के डॉक्टर का जुबली हिल्स के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दरअसल डॉक्टर के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद तेलंगाना के DGP कार्यालय के IPS अफसरों ने पुलिसकर्मियों से प्लाजमा डोनेट करने की अपील की थी। जिसके बाद कॉन्स्टेबल विजय ने अपना प्लाजमा डोनेट करने का फैसला किया और गुरुवार को इसकी प्रक्रिया पूरी हुई। कॉन्स्टेबल विजय ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जब वह गांधी अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात थे तभी उनको कोरोना हो गया था। इसके बाद उनके परिवार के भी कई सदस्य वायरस की चपेट में आ गए, हालांकि सभी ठीक हो गए। वहीं डॉक्टर को प्लाजमा डोनेट करने पर कॉन्स्टेबल विजय ने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं उनके काम आ सका जो दूसरों को जीवनदान दे रहे हैं।