Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Apr, 2020 02:56 PM
कोरोना वायरस के चलते उत्पन्न हालात का आकलन करने के लिए पश्चिम बंगाल का दौरा करने वाले अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दलों को लेकर मंगलवार को ममता सरकार और मोदी सरकार के बीच तकरार खत्म हो गई थी लेकिन अब सब ठीक हो गया है। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने केंद्र...
नेशनल डेस्कः कोरोना वायरस के चलते उत्पन्न हालात का आकलन करने के लिए पश्चिम बंगाल का दौरा करने वाले अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दलों को लेकर मंगलवार को ममता सरकार और मोदी सरकार के बीच तकरार खत्म हो गई थी लेकिन अब सब ठीक हो गया है। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने केंद्र को आश्वस्त किया है कि वह लॉकडाउन से संबंधित उसके सभी आदेशों का पालन करेगी। साथ ही ममता सरकार ने राज्य में जमीनी हालात का आकलन करने के लिए आने वाली दो केंद्रीय टीमों को पूरा सहयोग देने का भी भरोसा दिलाया। पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा कि यह सच नहीं है कि राज्य में कोविड-19 स्थिति का आकलन करने के लिए तैनात केंद्रीय टीम का सहयोग नहीं किया गया और उसने आश्वासन दिया कि वह लॉकडाउन पर केंद्र सरकार के सभी आदेशों का पालन करेगी।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को लिखे पत्र में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने कहा कि यह सच नहीं है कि राज्य सरकार ने दो अंतर मंत्रालयी केंद्रीय दलों (आईएमसीटी) को कोई सहयोग नहीं दिया। उन्होंने एक टीम के साथ दो बैठकें की थी और दूसरी के साथ संपर्क में थे। राज्य के मुख्य सचिव ने केंद्रीय गृह सचिव से कहा, ‘‘मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ आपदा प्रबंधन कानून के तहत जारी केंद्र सरकार के आदेशों को लागू किया जाएगा। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को दो केंद्रीय टीमों के काम में बाधा न डालने का निर्देश दिया था जिसके कुछ घंटों बाद मंगलवार रात को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने पत्र भेजा।
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने लिखा कि टीमें हमसे पूर्व परामर्श किए बगैर पहुंची थी और इसलिए उन्हें 19 अप्रैल के आदेश में शामिल कोई साजोसामान संबंधी सहयोग मुहैया कराने का मौका नहीं मिला और न ही टीम ने किसी मदद के लिए कहा। बता दें कि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में जमीनी हालात का आकलन करने के बाद लॉकडाउन संबंधी कदमों को लागू करने की समीक्षा करने के वास्ते आईएमसीटी की कुल छह टीमों को तैनात किया गया है। इनमें से दो टीमों को पश्चिम बंगाल भेजा गया है। एक टीम को कोलकाता, हावड़ा, उत्तर 24 परगना तथा पूर्व मेदिनीपुर तथा दूसरी टीम को जलपाईगुड़ी, दार्जीलिंग तथा कलिम्पोंग का दौरा करना है। पहली टीम का नेतृत्व चंद्रा जबकि दूसरी का जोशी कर रहे हैं। दोनों केंद्र सरकार में अतिरिक्त सचिव रैंक के अधिकारी हैं। गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि कोविड-19 हालात मुंबई, पुणे, जयपुर, कोलकाता और पश्चिम बंगाल में कुछ अन्य स्थानों पर ‘‘खासतौर से गंभीर’’ हैं तथा लॉकडाउन संबंधी कदमों के उल्लंघन से कोरोना वायरस फैलने का खतरा है।