Edited By shukdev,Updated: 12 Mar, 2020 08:18 AM
भारत ने सभी मौजूदा वीजा 15 अप्रैल तक रद्द करने का फैसला किया है। सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के मद्देनजर 15 अप्रैल तक सभी वीजा रद्द करने का आदेश दिया है। कोरोना वायरस की निगरानी के लिए मंत्रियों के समूह की सिफारिश पर यह फैसला ...
नई दिल्ली: भारत ने सभी मौजूदा वीजा 15 अप्रैल तक रद्द करने का फैसला किया है। सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के मद्देनजर 15 अप्रैल तक सभी वीजा रद्द करने का आदेश दिया है। कोरोना वायरस की निगरानी के लिए मंत्रियों के समूह की सिफारिश पर यह फैसला लिया गया। सरकार द्वारा बुधवार को जारी आदेश में कहा गया है कि 13 मार्च शाम साढ़े पांच बजे से 15 अप्रैल तक सभी मौजूदा वीजा रद्द माने जाएंगे। सिर्फ राजनयिकों, अधिकारियों, संयुक्त राष्ट्र तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कर्मचारियों, यहां काम करने वाले कर्मचारियों को जारी रोजगार वीजा को इस आदेश से छूट दी गई है।
भारतीय मूल के नागरिकों के लिए जारी वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा इस अवधि के दौरान उपलब्ध नहीं होगी। चीन, इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी की यात्रा पर 15 फरवरी के बाद गए भारतीय तथा विदेशी नागरिकों के देश में आने पर उन्हें 14 दिनों तक स्वास्थ्य निगरानी में आबादी से अलग रखा जाएगा। सरकार ने अपने नागरिकों को जब तक आवश्यक न हो विदेश नहीं जाने की सलाह दी है क्योंकि वापस आने पर उन्हें 14 दिनों तक निगरानी में रखा जा सकता है।
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने बुधवार को कहा कि नए कोरोना वायरस को अब महामारी कहा जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष टेड्रॉस गेब्रेयेसस ने बताया,‘कोविड-19 को अब महामारी कहा जा सकता है ।' उन्होंने कहा कि हमने कोरोना की ऐसी महामारी कभी नहीं देखी है।