Edited By Pardeep,Updated: 09 Apr, 2021 12:15 AM
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से चिताएं बढ़ा दी है। पूरे देश को कोरोना की दूसरी लहर ने अपनी चपेट में ले लिया है। ऐसा में देश के अलग हिस्सों से लगातार कोरोना के बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच देश में कोरोना का
मुंबईः कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से चिताएं बढ़ा दी है। पूरे देश को कोरोना की दूसरी लहर ने अपनी चपेट में ले लिया है। ऐसा में देश के अलग हिस्सों से लगातार कोरोना के बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच देश में कोरोना का गढ़ बन चुके महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से हर रोज 50 हजार से अधिक कोरोना मामले सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में गुरूवार को भी महाराष्ट्र में कोरोना के 56,286 नए मामले दर्ज किए गए। साथ ही 36,130 मरीज इस बीमारी से ठीक भी हुए हैं। वहीं 376 लोगों की इस खतरनाक वायरस से मौत भी हो गई।
इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा 32,29,547 तक पहुंच गया है। इसके आलावा राज्य में फिलहाल वायरस से संक्रमित कुल 5,21,317 एक्टिव मरीज मौजूद हैं। आपको बतां दें कि इससे पहले बुधवार को राज्य में कोरोना वायरस के कुल 59,907 नए केस मिले थे, जबकि 322 लोगों की वायरस के कारण मौत हो गई थी।
बता दें कि देशभर में बढ़ती कोरोना की रफ्तार में महाराष्ट्र का योगदान 50 फीसदी से भी ज्यादा है। तमाम पाबंदियों के बावजूद यहां हर दिन रिकॉर्ड नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं और अगर यूं ही चलता रहा तो एक अनुमान के मुताबिक, 30 अप्रैल तक अकेले महाराष्ट्र में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 11 लाख को पार कर जाएगी। केंद्र सरकार ने बुधवार को महाराष्ट्र पर मंडरा रहे इस भयानक खतरे से अवगत कराया है। यह आंकड़ा इसलिए हैरान करने वाला है क्योंकि कोरोना की पहली लहर जब अपने चरम पर थी, तो पूरे देश में सक्रिय मामलों की संख्या 11 लाख थी और अगर अब महाराष्ट्र ने पाबंदियों का सख्ती से पालन नहीं किया तो वह अकेले इतने मरीज वाला राज्य बन जाएगा।