राष्ट्रीय राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शनिवार को एक गार्ड को कोवैक्सीन टीके की पहली खुराक लगाए जाने के बाद एलर्जी हो गई जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के अनुसार शाम चार बजे के बाद इस सुरक्षा गार्ड को टीका लगाया गया और उसके 15-20 मिन
नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शनिवार को एक गार्ड को कोवैक्सीन टीके की पहली खुराक लगाए जाने के बाद एलर्जी हो गई जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के अनुसार शाम चार बजे के बाद इस सुरक्षा गार्ड को टीका लगाया गया और उसके 15-20 मिनट बाद उसकी धड़कन बढ़ गई तथा उसके शरीर पर चकत्ते हो गए जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया।
गुलेरिया ने कहा, ‘‘उसका तत्काल उपयुक्त उपचार किया गया और उसकी स्थिति सुधरी। अब उसकी स्थिति स्थिर है। एहतियात के तौर पर उसे रातभर के लिए चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है और उसकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उसे सुबह में छुट्टी दिए जाने की संभावना है।''
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार एईएफआई (टीकाकरण के बाद के प्रभाव) का एक ‘गंभीर' एवं 51 ‘मामूली' मामले उन स्वास्थ्यकर्मियों में सामने आए जिन्हें दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 टीकाकरण के पहले दिन कोरोना वायरस टीका लगाया गया।
बता दें कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत पर अस्पताल के एक सफाई कर्मी मनीष कुमार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की उपस्थिति में कोविड-19 का पहला टीका लगाया गया। इसके साथ ही मनीष देश की राजधानी में टीका लगवाने वाले पहले शख्स बन गए। एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया को भी टीका लगाया गया। इस दौरान वहां उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर उनकी सराहना की।
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