Edited By rajesh kumar,Updated: 27 Feb, 2021 07:02 PM
पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और केंद्र शासित पुडुचेरी में 27 मार्च से मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ होगी और 29 अप्रैल तक संपन्न होगी। दो मई को मतों की गिनती होगी। चुनावों के ऐलान के साथ चुनाव आयोग ने बताया कि इलेक्शन ड्यूटी पर तैनात हर कर्मचारी को...
नेशनल डेस्क: निर्वाचन आयोग ने 26 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया। पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और केंद्र शासित पुडुचेरी में 27 मार्च से मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ होगी और 29 अप्रैल तक संपन्न होगी। दो मई को मतों की गिनती होगी। चुनावों के ऐलान के साथ चुनाव आयोग ने बताया कि इलेक्शन ड्यूटी पर तैनात हर कर्मचारी को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ड्यूटी में लगे हर कर्मचारी को वैक्सीन दी जाएगी। कोविड-19 दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए मतदान के लिए एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। पांचों विधानसभा चुनावों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा प्रदान की जाएगी। संवेदनशील इलाकों में स्थित मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी और पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों (CAPF) की तैनाती की जाएगी। अरोड़ा ने कहा कि घर-घर अभियान में उम्मीदवार सहित पांच से अधिक व्यक्ति नहीं होंगे, जबकि रोड शो में 5 से अधिक गाड़ियों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कितनों चरण में होंगें मतदान?
चार राज्यों और केंद्र शासित पुडुचेरी को मिलाकर कुल 824 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा और इस दौरान कुल 18.68 करोड़ मतदाता 2.7 लाख मतदान केंद्रों पर मतदान करेंगे। पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में जबकि असम में 27 मार्च से छह अप्रैल के बीच तीन चरणों में मतदान संपन्न होगा। तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक चरण में छह अप्रैल को मतदान होगा।