Edited By Anil dev,Updated: 17 Aug, 2020 11:15 AM
कोरोना महामारी के दौर में आशा वर्कर कोरोना योद्धा की तरह काम कर रही हैं। सिर्फ काम ही नहीं, अपनी जान पर खेलकर लोगों की जिंदगियां बचा रही हैं। लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) के एक डॉक्टर ने बताया.
नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): कोरोना महामारी के दौर में आशा वर्कर कोरोना योद्धा की तरह काम कर रही हैं। सिर्फ काम ही नहीं, अपनी जान पर खेलकर लोगों की जिंदगियां बचा रही हैं। लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) के एक डॉक्टर ने बताया कि एक आशा वर्कर ने अपनी सूझबूझ से कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला को एम्बुलेंस से अस्पताल लेकर आते समय रास्ते में ही उसे तेज प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो आशा वर्कर ने वाहन में ही प्रसव कराया और महिला ने स्वस्थ बेटे को जन्म दिया, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
लक्ष्मी नगर स्थित गवर्नमेंट डिस्पेंसरी की आशा वर्कर सीमा गुप्ता ने बताया कि गणेश नगर में एक महिला गभर्वती थी और वह कोरोना से ग्रस्त है। उसके बाद महिला और उसके परिवार वाले काफी घबरा गए। हमारी टीम ने उन्हें होम क्वारंटीन किया, क्योंकि महिला में एसिंप्टोमेटिक लक्षण थे। प्रतिदिन फोन कर उनका हाल चाल जाना जा रहा था। महिला अपना इलाज पहले से लाल बाहदुर शास्त्री अस्पताल में करवा रही थी, लेकिन कोरोना पॉजिटिव होने के बाद महिला को लाल बाहदुर शास्त्री अस्पताल ने एडमिट करने से मना कर दिया था। जब महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो महिला ने हमें कॉल किया उसके बाद हम लोगों ने एंबुलेंस बुलाई लेकिन एंबुलेंस आने में काफी देर हो गई। जब एंबुलेंस आई तो महिला को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए लेकर जा रहे थे कि रास्ते में तेज दर्द शुरू हुआ उस स्थिति में मेरे पास न तो पीपीई किट था और न ही कोई फेस सिल्ड और न ही मास्क था। ऐसे में इंसानियत के नाते ग्लव्स और मास्क लगाकर एंबुलेंस में ही डिलीवर करवानी पड़ी।